Salient points of speech of BJP National President Shri J.P. Nadda while addressing Nagarik Sammelan at Kala Mandir, Kolkata (West Bengal)


द्वारा श्री जगत प्रकाश नड्डा -
09-06-2022
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नडडा द्वारा कोलकाता स्थित कला मंदिर में आयोजित नागरिक सम्मलेन में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

 

दुनिया में बड़ी से बड़ी दमनकारी सरकारें आईं लेकिन वे सभी  नेस्तोनाबूद हो गईं। कल हमारा है और हमारा ही रहेगा। प्रजातांत्रिक तरीके से पश्चिम बंगाल में भी परिवर्तन होगा और कमल खिलेगा।

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पश्चिम बंगाल को सिंडिकेट, कटमनी, टोलेबाजी का प्रदेश नहीं बनाना है। इसे देश को दिशा देने वाला प्रदेश बनाना है।

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पश्चिम बंगाल की जनता टोलाबाजी, कटमनी, दादागिरी, मूकदर्शक पुलिस, राज्य संरक्षित आतंक से त्रस्त हैं। यह ज्यादा दिन नहीं चलेगा। भारत के लोग सही समय पर प्रतिक्रिया देते हैं और इसका भी जवाब देंगे।

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वर्तमान में पश्चिम बंगाल की जो स्थिति बन गई है, वह अत्यंत ही निराश कर देनी वाली है लेकिन यहां भी परिवर्तन आएगा। देर है अंधेर नहीं।

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अब देश में पॉलिसी पैरालिसिस की जगह रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफॉर्म ने ले ली है। सेवा, सुशासन और अंत्योदय के सतह गरीब कल्याण श्री नरेन्द्र मोदी सरकार का मूल मंत्र है।

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आज भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता वाला देश बन गया हैएक आम आदमी के विकास के लिए बहुत बड़ा बदलाव देश में आया है। गांवों में सर्विस सेक्टर का भी विकास द्रुत गति से हो रहा है।

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पिछले आठ सालों में अब तक विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 225 लाख करोड़ रुपये डिजिटली लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर किये जा चुके हैं। यह बदलता भारत है। 

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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का संकल्प है कि देश का एक भी व्यक्ति कच्चे मकान में रहे और उनका जीवनशैली भी बेहतर हो।

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तृणमूल सरकार ने केंद्र सरकार के आयुष्मान भारत कार्ड के सभी कागज नाली में फेंकवा दिया था। इन्होंने 2015 से लेकर 2016, 2017 तक डेंगू का रजिस्टर तक नहीं भेजा था कि डेंगू के कितने मरीज हैं और इससे कितने लोगों की जानें गई हैं।

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आज देश में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या 22 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत पर गयी है। यानी 12 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से निकल गए हैं। यह बदलता भारत है।

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अति गरीबी रेखा के नीचे केवल 0.8 प्रतिशत आबादी है। इस परिवर्तन के पीछे मुख्य कारण है माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को गरीबों-वंचितों तक सुलभ कराना।

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पश्चिम बंगाल के बारे में मानवाधिकार आयोग ने कह दिया कि यहां सत्ताधारी के नियम कानून चलते हैं ना कि कानून का राज। आज यही पश्चिम बंगाल की स्थिति है।

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पश्चिम बंगाल देश में सबसे ज्यादा मर्डर होने वाले राज्यों की श्रेणी में चौथे स्थान पर है। हत्या के प्रयास के मामले में नम्बर वन है। हिंसक अपराध के मामले में देश में तीसरे स्थान पर है।

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सबसे ज्यादा महिलाओं की तस्करी में पश्चिम बंगाल प्रथम स्थान पर है। अपराधियों को बचाने के लिए सीबीआई को यहां आने नहीं दिया जाता है।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने अपने दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरे के अंतिम दिन आज कोलकाता स्थित कला मंदिर में आयोजित एक नागरिक सम्मलेन को संबोधित किया. इससे पूर्व, माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आज बेलूर मठ का दौरा किया. इसके बाद, कोलकाता स्थित वेस्टिन होटल में सांसद, विधायक और पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के अतिरिक्त कोलकाता के ही साइंस सिटी ऑडिटोरियम में मंडल अध्यक्षों, मोर्चा अध्यक्षों और प्रदेश कार्यसमिति टीम के साथ भी बैठक की. 

 

रामकृष्ण परमहंस आश्रम का भ्रमण करने के पश्चात श्री नडडा ने कहा कि एकबार फिर मुझे आज बेलूर मठ आने का सौभाग्य मिला है। पिछली बार मैं गत विधानसभा चुनाव के समय यहां आया था। यह स्थान दुनिया के पवित्रतम स्थानों में से एक है। इस मठ में रामकृष्ण परमहंस जी के मंदिर, उनके अंतिम समय के अवशेष तो हैं ही साथ ही, स्वामी विवेकानंद जी का अंतिम समय भी यहीं गुजरा। मां शारदा देवी का आशीर्वाद भी इस स्थान को मिलता रहा है। देश एवं समाज सेवा करने के लिए इस पवित्र स्थान से मुझे और हमारे पार्टी के कार्यकर्त्ताओं को एक विशेष प्रकार की उर्जा, ताकत एवं उत्साह मिलता है। रामकृष्ण परमहंस ने कहा भी है कि शिव सेवा, नर सेवा, नारायण सेवा करें। हमलोग भी देश एवं समाज में भाईचारा और सौहार्द्र बनाये रखने के लिए कृतसंकल्पित हों।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बेलूर मठ परिसर में कार्यकर्ताओं एवं पत्रकारों को संबोधित करते हुए  टीएमसी नेत्री एवं प्रदेश की ममता बनर्जी सरकार के तानाशाही रवैये पर निशाना साधा और कहा कि दुनिया में बड़ी से बड़ी दमनकारी सरकारें आईं, लेकिन वे सभी सरकारें नेस्तनाबूद हो गईं। आप कार्यकर्त्ताओं का जोश मुझे जोशीला बना देता है। आप से इतना ही कहना है कि कल हमारा है और हमारा रहेगा, प्रजातांत्रिक तरीके से बंगाल भी हमारा ही होगा। आप लोगों का जज्बा देखकर मैं इस बात को लेकर गौरवान्वित होता हूं कि आप जैसे लाखों-करोड़ों कार्यकर्त्ता अपना सबकुछ लगाकर मां भारती की सेवा में तत्पर हैं।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नागरिक सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की भूमि रामकृष्ण परमहंस,  स्वामी विवेकानंद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे मनीषियों की भूमि है जिन्होंने एक समय ने देश को दिशा दी लेकिन वर्तमान में पश्चिम बंगाल की जो स्थिति बन गई है निराश कर देनी वाली है। 2014 से पहले देश की भी स्थिति ऐसी ही थी-लूट, भ्रष्टाचार, घोटाला, भाई भतीजावाद और पॉलिसी पैरालिसिस की और देश का नाम दुनिया के भ्रष्ट देशों में लिया जाता था।

 

जब 2014 में नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद मोदी जी आए तो आठ सालों में भारत की तस्वीर बिलकुल बदल गई। अब देश में पॉलिसी पैरालिसिस की जगह रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफॉर्म ने ले ली है। आज है गुड गवर्नेंस। आज स्किल, स्केल और स्पीड में काम हो रहे हैं। आज जब लोग कहते हैं कि देश बदल रहा है, तो मैं बोलता हूं कि बदल नहीं रहा बल्कि बदल गया है, आंकड़े इस बात को साबित करते हैं। इसलिए बंगाल के बारे में भी मैं हतोत्साहित नहीं होता, देर है अंधेर नहीं, लेकिन यहां भी परिवर्तन आएगा।

 

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने केंद्र में सत्ता सँभालने के बाद देश की राजनीतिक संस्कृति बदल बिलकुल दी है। उन्होंने वंशवाद, परिवारवाद, जातिवाद, तुष्टिकरण की राजनीति को चुनौती देते हुए विकासवाद और समाज के सर्वस्पर्शी एवं समावेशी विकास की राजनीति को स्थापित किया है। आज माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में गांव, गरीब, वंचित, आदिवासी, पीड़ित, महिलाओं और युवाओं के  सशक्तिकरण का काम किया जा रहा है। आज आत्मसम्मान के साथ आत्मनिर्भर भारत बन चुका है।

 

आज भारत विश्व में तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता वाला देश बन गया है। देश की जनता की क्रय शक्ति बढ़ी है। रिटेल ग्रोथ के मामले में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर पहुँच चुका है। इसी प्रकार, आज भारत का एक मजबूत मैन्युफैक्चरिंग इको सिस्टम बन गया है जिसकी वजह से भारत ने पिछले वित्तीय वर्ष में 500 बिलियन यूएस डॉलर का मैनुफक्चर निर्यात किया है। प्रत्यक्ष विदेश निवेश 84 बिलियन डॉलर हो चुका है जबकि विदेशी मुद्रा भंडार पहले जहां 300 बिलियन डॉलर था, वह आज 600 बिलियन डॉलर से उपर चला गया है।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने रिफार्म की बात करते हुए कहा कि भारत की आर्थिक स्थिति अब बहुत बदल गयी है। इसके साथ ही बड़े रिफार्म भी हुए हैं। वन नेशन वन जीएसटी लागू किया गया। जीएसटी लागू होने से यह लाभ मिला है कि अब माल लदे एक ट्रक  को दिल्ली से मुम्बई जाने में डेढ़ दिन की बचत हो रही है क्योंकि पहले नाके पर  ट्रक वाले का समय तीन घंटे बर्बाद होते ही थे साथ ही, भ्रष्टाचार भी होता था। इसी तरह से वन नेशन वन राशन कार्ड लागू होने से यह फायदा हुआ है की अब हुगली का मजदूर यदि मुम्बई भी जाकर काम करता  है तो वह वहां भी राशन ले सकता है।

 

2014 में ब्राडबैंड यूजर जहां 6.5 करोड थे, आज वह बढकर 78 करोड़ हो गए हैं। पहले 100 ग्राम पंचायत आप्टीकल फाइबर से जुड़े थे जबकि आज ढाई लाख ग्राम पंचायत आप्टीकल फाइबर से जुड़ गए हैं। इस प्रकार, एक आम आदमी के विकास के लिए बहुत बड़ा बदलाव देश में आया है। गांवों में सर्विस सेक्टर का भी विकास द्रुत गति से हो रहा है।

 

आज विश्व का 40 प्रतिशत डिजिटल ट्रांजेक्शन भारत में होता है। पहले कांग्रेस के लोग बोलते थे कि इंटरनेट नहीं चलता है, डिजिटल ट्रांजेक्शन कैसे होगा। आज देश में एक सब्जीवाला भी डिजिटली पैसा लेता है, यह परिवर्तन आया है।

 

देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी कहते थे कि मैं 100 पैसा भेजता हूं तो जनता के पास 15 पैसे पहुँचते हैं और 85 पैसा बिचौलियों के पास चला जाता है। पिछले आठ सालो में, अब तक विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 225 लाख करोड़ रुपये डिजिटली लाभार्थियों के खातों में ट्रांसफर किये जा चुके हैं।  यह बदलता भारत है। गत 31 मई को शिमला के रिज मैदान से प्रधानमंत्री जी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 11वी क़िस्त जारी की। उन्होंने एक बटन दबाकर 10 करोड़ किसानों के खाते में सीधे 23 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किये। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2 लाख करोड़ रूप्ये अबतक किसानों के खाते में दिए गए हैं। यह बदलता भारत है।

 

2014 से पहले की सरकार में देश में आवास योजनाओं के अंतर्गत एक या डेढ़ लाख आवास ही बनते थे। पीएम आवास योजना के तहत आठ सालों में ढाई करोड़ पक्के मकान बन चुके हैं जबकि हमारा लक्ष्य इस साल तक तीन करोड़ बनाने का लक्ष्य है। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का संकल्प है कि देश का एक भी व्यक्ति कच्चे मकान में रहे और उनका जीवनशैली भी बेहतर हो। इसी कारण गरीबों के पक्के मकान में शौचालय, बिजली कनेक्शन, किचेन, बेड रूम के साथ गैस कनेक्शन भी दिए गए। इसका मालिकाना हक घर की महिला है। यह है महिला सशक्तिकरण।

 

आयुष्मान भारत के तहत 50 करोड़ लोगो को स्वास्थ्य बीमा कवरेज मिल रहा है। इसके तहत 5 लाख रुपये इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस योजना को जाति, परिवार और धर्म के आधार पर नहीं बल्कि सभी गरीबों को दिया गया। इस योजना से अबतक 3 करोड़ लोग लाभ उठा चुके हैं और केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के तहत अब तक 23 हजार करोड़ रुपये दी जा चुकी है। पश्चिम बंगाल में ममता जी कहती हैं कि यहां होवे ना, होवे ना, कौरवे ना। इन्होने केंद्र सरकार के आयुष्मान भारत कार्ड के सभी कागज नाली में फेंकवा दिया। इन्होंने 2015 से लेकर 2016, 2017 तक डेंगू का रजिस्टर तक नहीं भेजा था कि डेंगू के कितने मरीज हैं और इससे कितने लोगों की जानें गई हैं। जब मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के नाते डाक्टरों की केंद्रीय टीम पश्चिम बंगाल भेजी तो यहां के डाक्टर रिपोर्ट करने से घबरा गए और केंद्रीय टीम से कहने लगे कि स्वास्थ्य मंत्री से बात कीजिए। आखिर पश्चिम बंगाल को ममता सरकार ने कहां लाकर खड़ा कर दिया है। लोग डेंगू से मर रहे हैं और डाक्टर डर की वजह से इसकी रिपोर्ट तक नहीं करते। देर है अंधेर नहीं, समय बदलेगा। यहां भी आयुष्मान भारत योजना आयेगी और मरीजों के मामले भी दर्ज होंगे।

 

कभी किसी ने सोचा  था कि किसानों एवं मजदूरों को पेंशन मिलेगा। कभी किसी ने नहीं सोचा था कि 33 रुपए और 133 रुपए देकर प्रधानमंत्री बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत दो लाख रुपए का बीमा होगा और सामाजिक सुरक्षा मिलेगी। आज सामाजिक सुरक्षा के तहत अटल पेंशन योजना के लाभार्थियों की संख्या दो करोड़ हो गयी है जबकि पश्चिम बंगाल में 17 लाख लोगों को पेंशन लगी है। । प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 12.76 करोड़ लोग निबंधित हुए है और पश्चिम बंगाल में 76 लाख लोगों को इस बीमा योजना के कवरेज दायरे में लाया गया है जबकि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 28 करोड़ लोगों को सामाजिक सुरक्षा मिल रही है, जो अपने आप में रिकॉर्ड है.

 

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कोरोना महामारी के दौरान माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा किये गए सफल प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि 20 जनवरी 2020 को देश में कोरोना संक्रमण का पहला केस रजिस्टर्ड हुआ था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अप्रैल 2020 में इसका वैक्सीन विकसित करने के लिए टास्क फोर्स गठित किया। प्रधानमंत्री ने अक्टूबर 2020 में देश में बने कोरोनो रोधी वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी दी। जनवरी 2021 में लोगों को दो-दो स्वदेशी वैक्सीन का डोज लगना शुरू हो गया। देश में कोरोनारोधि वैक्सीन दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेज गति से चलने वाल टीकाकरण अभियान बना। नौ महीने के भीतर देश में दो-दो स्वदेशी वैक्सीन विकसित किए गए और बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन किए गए। आज लगभग 2 करोड़ डोज देश में लगाए गए है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश आज गर्व से कह रहा है कि अब हम वैक्सीन लेते नहीं है बल्कि दुनिया को वैक्सीन देते हैं। वैक्सीन मैत्री में 100 देशों को 18.5 करोड़ डोजेज पहुंचाया। 48 देशों को ढाइ्र करोड़ वैक्सीन मुफ्त दिया। स्वदेशी वैक्सीन के टीकाकरण अभियान के बारे में ममता जी ने कहा था कि इसका ट्रायल नहीं हुआ है, गड़बोड़ हो जाएगा। जिन्होंने खुद वैक्सीन के तीन डोज लगवा लिए वह दूसरों के लिए गड़बड़ कैसे हो जाएगा? यह क्या गुमराह करने का तरीका है।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पिछले आठ सालों से लगातार हो रहे विकास पर चर्चा करते हुए कहा कि आज भारत की  विकास दर 8.7 प्रतिशत है जबकि अमेरिका का विकास दर 4.4 प्रतिशत है। आज हमारी गरीबी की रेखा 22 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत पर गयी है। यानी 12 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से निकल गए हैं। यह बदलता भारत है। अति गरीबी रेखा के नीचे 0.8 प्रतिशत आबादी है। इस परिवर्तन के पीछे मुख्य कारण है माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को गरीबों-वंचितों तक सुलभ कराना।

 

2014 में प्रति व्यक्ति आय 79 हजार रुपये थी जो बढ़कर आज 1.50 लाख रुपये हो गया है। पिछले आठ सालों मे सक्षरता दर 69 से बढ़कर 75 प्रतिशत पर पहुंच गया है। पहले देश में सिर्फ एक एम्स था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 7 नए एम्स खोले जबकि पिछले 8 सालों में 15 नए एम्स खुले। कोलकाता के कल्याणी में भी एक एम्स खुला है। देश में 170 नए मेडिकल कॉलेज खुले हैं। भारत सरकार ने पश्चिम बंगाल में भी 6 नए मेडिकल कॉलेज खोले हैं।  हमारी देश की जीडीपी पहले 112.33 लाख करोड़ रुपये की थी जो आज बढ़कर 232 लाख करोड़ रुपये की हो गयी है। 2014 मे ईज आफ डूइंग बिजनेस में भारत का स्थान 152 वां स्थान था जो आज 63 वें स्थान पर पहुँच चुका है । वोकल फॉर लोकल अभियान के तहत आज खादी 1.18 लाख करोड़ का कारोबार करके फास्टेस्ट मुविंग गुडस बन गया है। पहले कृषि बजट 23 हजार करोड़ रुपये का था जबकि चालू वित्तीय वर्ष में इसे बढ़ाकर 1.24 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने देश की आतंरिक एवं बाह्य सुरक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की आतंकवाद पर नीति जीरो टालरेंस की है। उरी की घटना होती है तो सर्जिकल स्टाइक होता है, पुलवामा की घटना होती है तो एयर स्टाइक होता है। सीमा पर के आतंकवादी गतिविधियों के मामले में भी जीरो टालरेंस की नीति अपनायी गयी है। नार्थईस्ट में नागा समझौता हो या एनएलएफटी का या फिर ब्लू रियान का समझौता, पिछले आठ सालों में सभी तरह के शांति समझौता को किया गया है। हमने ने नार्थ ईस्ट में ब्लॉकेड से डेवलपमेंट तक का संघर्ष किया है। ब्लाकेड से शांति तक की यात्रा की है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले आठ सालों में 15 बार नार्थ ईस्ट गए हैं। इससे पहले यूपीए काल के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने एक बार भी वहां का दौरा नहीं किया, जबकि वे वहां से राज्यसभा सांसद भी थे.

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि कोई सोच सकता था कि भारत के प्रधानमंत्री रूस के राष्ट्रपति पुतिन से कहेंगे कि युद्ध रोका जाए और यूक्रेन के राष्टपति जेलेन्सकी से कहेंगे कि थोड़ा शांति रखिए हमें अपने नागरिक निकालने हैं। यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान भारत ने देश के 23 हजार बच्चों को निकालकर मात्र एक महीने में स्वदेश लाने का काम किया। यूक्रेन से 104 उड़ानों के द्वारा विमान से देश के बच्चों को लाया गया। कोई विश्वास कर सकता है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का बाइडेन से बातचीत होती है और पुतीन से भी बातचीत होती है। ईरान से भी बातचीत होती है और सऊदी अरब से भी बातचीत होती है। कोई सोच सकता है कि फिलिस्तीन से भी बातचीत होती है और इजरायल से भी, वह भी बराबर के टर्म्स पर बातचीत होती है। हमारे देश ने पड़ोसी देशों के मान सम्मान का पूरा ध्यान रखा गया और पड़ौसी प्रथम की नीति पर भी चले हैं। विदेशी नीति के स्तर पर भारत की बदलती छवि सबके सामने है। अफगानिस्तान संकट के दौरान वहां से लोगों को भी वापस लाया गया साथ ही गुरु ग्रंथ साहिब को भी सुरक्षित वापस लाया गया।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल के बारे में मानवाधिकार आयोग ने कह दिया कि यहां सत्ताधारी के नियम कानून चलते हैं ना कि कानून का राज। आज यही पश्चिम बंगाल की स्थिति है। लालू जी के सामने ममता जी क्या हैं? बिहार में एक समय कहा जाता था कि जो कहे लालू वही सही, खाता ना बही, जो बोले लालू वही सही, हम ही विधान हैं हम ही संविधान हैं। आजकल लालू जी विधान-संविधान के साथ जेल के अन्दर हैं। कौन सोचता था कि मुलायम सिंह की सरकार चली जाएगी। गलत करने वाला, हमेशा चलेगा नहीं। सही चलने वाला कभी रूकेगा नहीं। इसलिए थोड़ी देर है किन्तु अंधेर नहीं। पश्चिम बंगाल भी बदलेगा।

 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सभी क्षेत्रीय पार्टियां जो परिवार की पार्टियां बन गयी हैं, उससे आज भाजपा लड़ रही है। बाकी तो कोई पार्टी रह ही नहीं गयी है। पश्चिम बंगाल देश में सबसे ज्यादा मर्डर होने वाले राज्यों की श्रेणी में चौथे स्थान पर है। हत्या के प्रयास के मामले में नम्बर वन है। हिंसक अपराध के मामले में देश में तीसरे स्थान पर है। हमारी ममता जी कहती हैं- छोटो घटना होईछी। सबसे ज्यादा महिलाओं की तस्करी में पश्चिम बंगाल प्रथम स्थान पर है। अपराधियों को बचाने के लिए सीबीआई को यहां आने नहीं दिया जाता है। जब हाईकोर्ट को आर्डर करना पड़ता है, तब सीबीआई काम कर पाती है। यह परिस्थिति है पश्चिम बंगाल की। कानूनी लड़ाई इसके लिए लड़ी जाएगी किन्तु हमलोग राजनैतिक लड़ाई लड़कर इसका हल निकालेंगे। पश्चिम बंगाल को सिंडिकेट, कटमनी, टोलेबाजी का प्रदेश नहीं बनाना है। देश को दिशा देने वाला प्रदेश बनाना है। यहां की संस्कृति और साहित्य को विकसित करना है। ब्रिगेड ग्राउंड में भी हमारी विजय रैली होगी। यहां के लोग टोलाबाजी, कटमनी, दादागिरी, मूकदर्शक पुलिस, राज्य संरक्षित आतंक से त्रस्त हैं। यह ज्यादा दिन नहीं चलेगा। भारत के लोग सही समय पर प्रतिक्रिया देते है और इसका भी जवाब देंगे।

 

महेंद्र कुमार

(कार्यालय सचिव)

 

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