Salient points of speech : Hon'ble Home Minister & Minister of Cooperation Shri Amit Shah while inaugurating State BJP Office & addressing Karyakarta Sammelan in Guwahati (Assam)


द्वारा श्री अमित शाह -
08-10-2022
Press Release

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह द्वारा गुवाहाटी, असम में पार्टी के नए प्रदेश कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर और कार्यकर्ता सम्मेलन में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु

 

आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने नॉर्थ-ईस्ट को अष्टलक्ष्मी का दर्जा देकर इसे विकास के एक धागे में बांधने का काम किया है। जो पूर्वोत्तर कभी बंद, आतंकवाद, आंदोलनों, गोलीबारी और कर्फ्यू के लिए जाना जाता था, आज वह विकास, रोजगार और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए जाना जाने लगा है।

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1962 में चीन के साथ लड़ाई के समय पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने नॉर्थ ईस्ट को बाय-बाय कर दिया था। कांग्रेस भूल ही गई कि समग्र नॉर्थ-ईस्ट भी भारत का ही भू-भाग है। कांग्रेस के शासनकाल में पूर्वोत्तर में भारत को तोड़ने की प्रक्रिया चल रही थी और कांग्रेस मूकदर्शक बनी हुई थी।

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जिस पूर्वोत्तर को भारत से तोड़ने का एक अभियान चलाया गया था, वहां शांति और विकास स्थापित कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत जोड़ने का अभियान बना दिया है। जिन लोगों को भारत को जोड़ना है, उनके लिए देश के उत्तर-पूर्व में शांति और विकास एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

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आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नॉर्थ-ईस्ट की देश के दूसरे हिस्सों से दूरियां मिटाई हैं। जब भी उत्तर-पूर्व का इतिहास लिखा जाएगा, तब यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भाजपा का नाम स्वर्णाक्षरों से लिखने को इतिहासकार मजबूर हो जायेंगे

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में असम की भाजपा सरकार ने बाढ़ को रोकने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। उस योजना के माध्यम से 5 साल में ही असम में बाढ़ भूतकाल बन जाएगा। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार असम को बाढ़ मुक्त करने के लिए कृतसंकल्पित है।

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नॉर्थ-ईस्ट के विकास के बजट को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 3 गुना कर यहाँ इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूती दी है। उद्योगों को बढ़ाने के लिए जितने भी आवेदन आये हैं, उसमें से 99% आवेदनों का निपटारा हो चुका है। यह बताता है कि अब असम में औद्योगिक क्रांति होने वाली है।

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एक ओर श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में विकास और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के एजेंडे पर काम करना शुरू किया जबकि कांग्रेस की सरकारें पूर्वोत्तर के ताने-बाने को बिखेरने का पाप कर रही थी।

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प्रधानमंत्री जी ने उत्तर-पूर्व में शांति की स्थापना की है। विगत 8 वर्षों में लगभग 9,000 युवा हथियार डालकर मुख्यधारा में वापस लौट आये हैं। इससे उग्रवाद एवं की सुरक्षा बलों की मृत्यु घटनाओं में चार गुना कमी आई है और नागरिकों की मृत्यु भी काफी कम हुई है।  

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राहुल गाँधी ने नॉर्थ-ईस्ट से AFSPA हटाने का चुनावी वादा किया था। कांग्रेस ने ऐसा तुष्टिकरण की राजनीति के लिए किया था। AFSPA सेना और सुरक्षा दलों के प्रोटेक्शन के लिए बना है लेकिन हम मानते हैं कि हमारी आंतरिक सुरक्षा इतनी मजबूत होनी चाहिए कि AFSPA लगाने की जरूरत ही हो।

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आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में असम सहित पूर्वोत्तर का 60% से अधिक हिस्सा AFSPA से बाहर हो चुका है। यह कितनी बड़ी क्रांति है!

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अब हमने असम के हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का लक्ष्य रखा है। हम जब असम की जनता से अगले विधान सभा चुनाव में वोट मांगने आयेंगे, उससे पहले हम असम के हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने का काम पूरा कर चुके होंगे।

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देश के चुनिंदा राज्यों की पुलिस को ही अपने परफॉर्मेंस और भारत निष्ठा के आधार पर राष्ट्रपति कलर मिलता है, राष्ट्रपति जी का प्रतीक मिलता है। अब असम की पुलिस को भी प्रेसिडेंट कलर का सम्मान मिल रहा है।

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भाजपा सरकार में काजीरंगा अवैध घुसपैठ से मुक्त हुआ है और गैंडों का शिकार भी बंद हुआ है। सरकारी जमीन भी अतिक्रमण से मुक्त हुआ है। आज असम की भूमि से एक भी ट्रक गौ माता को लेकर देश के बाहर नहीं जा सकता। सुपारी और अवैध हथियारों की तस्करी पर भी पूर्ण विराम लगा है।

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उत्तर-पूर्व का विकास और नॉर्थ-ईस्ट में भाजपा का विकास, दोनों समानांतर चले हैं। असम में पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक भारतीय जनता पार्टी को विजय प्राप्त हुई है। अगर इस विजय का कोई असली अधिकारी है तो ये असम में पार्टी के हजारों-लाखों कार्यकर्ता हैं।

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कार्यालय बनने मात्र से पार्टी मजबूत नहीं हो जाती है बल्कि मजबूत होती है कार्यकर्ताओं के सिद्धांतों के प्रति समर्थन से, कार्यकर्ताओं के परिश्रम से, कार्यकर्ताओं के त्याग और बलिदान से। यदि हम ऐसी प्रेरणा लें तो उत्तर-पूर्व की शांति और विकास में खलल पहुंचाने वाले कभी सफल नहीं हो पाएंगे, ऐसा मेरा दृढ़ विश्वास है।

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भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए कार्यालय सिर्फ एक भवन नही भावनाओं का पुलिंदा होता है। ईंट और पत्थर से बना ये भवन भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए एक मंदिर के समान है।

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह जी ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी के साथ आज शनिवार को गुवाहाटी, असम के बेलटोला में पार्टी के नवनिर्मित प्रदेश कार्यालय का उद्घाटन किया। नवनिर्मित प्रदेश भाजपा कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही प्रदेश के 9 जिला भाजपा कार्यालयों एवं 75 मंडल भाजपा कार्यालयों का वर्चुअल शिलान्यास भी हुआ। इसके पश्चात् उन्होंने खानपारा, गुवाहाटी में पार्टी के विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। ज्ञात हो कि श्री शाह पूर्वोत्तर के तीन दिवसीय प्रवास पर हैं। आज उनके प्रवास का दूसरा दिन है। वे कल माँ कामाख्या के दर्शन करेंगे। गृह मंत्री ने शिलान्यास किया था। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री हिमंता बिस्व शर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री भावेश कलिता, पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्र सरकार में मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय मंत्री श्री रामेश्वर तेली, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ माणिक साहा, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रभारी श्री बैजयंत जय पांडा, महामंत्री श्री दिलीप सैकिया, पूर्वोत्तर के राज्यों के भाजपा समन्वयक एवं पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा, पूर्वोत्तर के भाजपा सह-समन्वयक श्री ऋतुराज सिन्हा, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री फणीन्द्र नाथ शर्मा एवं पूर्व संगठन मंत्री श्री अजय जामवाल जी सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

 

उत्तर-पूर्व का विकास और नॉर्थ-ईस्ट में भाजपा का विकास, दोनों समानांतर रूप से चले हैं

 

श्री शाह ने माँ कामाख्या को नमन करते हुए कहा कि माँ कामाख्या और महान स्वतंत्रता सेनानियों की इस धरती को कांग्रेस ने विघटन, आतंकवाद, हड़ताल और आंदोलनों की भूमि बना दिया था। चार देशों की सीमा जिस उत्तर-पूर्व से मिलती थी, वहां पर न शांति थी, न विकास था, न संस्कृति का संरक्षण था, न संघीय ढांचे का विकास हो रहा था और न ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य का समुचित प्रबंध था। मुझे इस बात की ख़ुशी है कि 2014 से लेकर 2022 के अल्पकाल के अंदर ही पूरा उत्तर-पूर्व विकास के रास्ते पर तेज गति से आगे चल पड़ा है। मेरे जैसे पार्टी कार्यकर्ता के लिए यह सौभाग्य का विषय है कि उत्तर-पूर्व का विकास और नॉर्थ-ईस्ट में भाजपा का विकास, दोनों समानांतर चले हैं। मैं विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में जब यहाँ आया था तब यहाँ हितेश्वर सैकिया की सरकार थी, हमें काफी मार पड़ी थी। तब हम नारे लगाते थे कि असम की गलियां सूनी है, इंदिरा गांधी खूनी है। उस वक्त हमने कल्पना भी नहीं की थी कि भारतीय जनता पार्टी कभी यहाँ अपने बूते असम में दो-दो बार सरकार बनाएगी और यहाँ का का विकास होगा।

 

कांग्रेस पूर्वोत्तर को तोड़ने की प्रक्रिया को चुपचाप मूकदर्शक की तरह देखती रही

 

कांग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए श्री शाह ने कहा कि 1962 में चीन के साथ लड़ाई के समय पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने नॉर्थ ईस्ट को बाय-बाय कर दिया था। कांग्रेस भूल ही गई कि समग्र नॉर्थ-ईस्ट भी भारत का ही भू-भाग है। कांग्रेस के शासनकाल में पूर्वोत्तर में भारत को तोड़ने की प्रक्रिया चल रही थी और कांग्रेस मूकदर्शक बनी हुई थी। नॉर्थ-ईस्ट में भारत को तोड़ने की प्रक्रिया को कांग्रेस चुपचाप देखती रही। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूर्वोत्तर में भारत को तोड़ने की प्रक्रिया को बंद कर भारत को जोड़ने का काम किया है। जिन लोगों को भारत को जोड़ना है, उनके लिए देश के उत्तर-पूर्व में शांति और उत्तर-पूर्व का विकास एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि किस तरह एक भी भाषण दिए बगैर पूर्वोत्तर के राज्यों में विकास की कहानी लिखी गई है। जिस पूर्वोत्तर को भारत से तोड़ने का एक अभियान चलाया गया था, वहां शांति और विकास की स्थापना कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत जोड़ने का अभियान बना दिया है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। जब भी उत्तर-पूर्व का इतिहास लिखा जाएगा, तब यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और भाजपा का नाम स्वर्णाक्षरों से लिखने को इतिहासकार मजबूर हो जायेंगे। जिस तरह से पूर्वोत्तर की महान जनता ने तिरंगा यात्रा और हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाया, अपने-अपने घरों, दुकानों और कार्यालयों पर तिरंगा फहराया, उससे हम सब आह्लादित हैं। पूरा भारतवर्ष आपकी देशभक्ति को सलाम करता है।

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूर्वोत्तर की भारत के दूसरे हिस्सों से दूरियां मिटाई

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2014 में सरकार गठन के दूसरे दिन से ही नॉर्थ-ईस्ट की देश के दूसरे हिस्सों से दूरियां मिटने की कार्ययोजना पर काम करना शुरू कर दिया था। एक ओर श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर में विकास और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के एजेंडे पर काम करना शुरू किया जबकि कांग्रेस की सरकारें पूर्वोत्तर के ताने-बाने को बिखेरने का पाप कर रही थी। कांग्रेस की सरकारों में पूर्वोत्तर में कई हथियारबंद समूह बने जो देश के खिलाफ काम कर रहे थे। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूर्वोत्तर के राज्यों को अष्टलक्ष्मी का दर्जा दिया। वे देश के एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो प्रधानमंत्री रहते हुए पूर्वोत्तर का 40 बार से अधिक दौरा कर चुके हैं। हर 15 दिन में श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के कोई न कोई मंत्री पूवोत्तर आते हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने नॉर्थ-ईस्ट को विकास के एक धागे में बांधने का काम किया है। जो पूर्वोत्तर कभी बंद, आतंकवाद, आंदोलनों, गोलीबारी और कर्फ्यू के लिए जाना जाता था, आज वह विकास, रोजगार और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए जाना जाने लगा है। चाहे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मेरा कार्यकाल रहा हो या आदरणीय जगत प्रकाश नड्डा जी का कार्यकाल, भारतीय जनता पार्टी के हर राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने एक कार्यकाल में कम से कम दो बार पूर्वोत्तर के हर राज्य के प्रवास पर जरूर जाते हैं। इसके कारण कांग्रेस के शासनकाल में नॉर्थ-ईस्ट का भारत के बाकी हिस्से से जो मनमुटाव था, जो दूरियां थी, वह सारी दूरियां ख़त्म हो गई है और अब पूर्वोत्तर के राज्य विकास की मुख्यधारा से जुड़े हैं।

 

श्री नरेन्द्र मोदी सरकार में पूर्वोत्तर में हुई शांति स्थापित

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने असम सहित समग्र उत्तर-पूर्व में शांति की स्थापना की है। बोडो समझौता हो, ब्रू-रियांग समझौता हो, कार्बी-ऑंगलॉन्ग का समझौता हो, त्रिपुरा का समझौता हो, पांच आदिवासी समूहों का समझौता हो या सीमा विवादों को सुलझाने का प्रयास, इसका ये असर हुआ है कि यहाँ सभी हथियारबंद गुटों ने अपने हथियार डाल दिए हैं। 2014 से आज तक यहाँ लगभग 9,000 युवा हथियार डालकर मुख्यधारा में वापस लौट आये हैं। इसका असर ये हुआ है कि 2006 से 2014 में यहाँ उग्रवाद की लगभग 8,700 घटनाएं हुई थी जबकि 2014 से 2022 के दौरान ये घटनाएं घट कर 2,250 तक गई है। 2006 से 2014 तक यहाँ पर सुरक्षाबलों की मृत्यु जहां 500 से अधिक थी, वह हमारे कार्यकाल में घट कर 128 हो गई है। इसी तरह नागरिकों की मृत्यु भी 2,300 से घट कर 400 के नीचे गई है।

 

पूर्वोत्तर के 60% इलाकों से AFSPA हटी

 

श्री शाह ने कहा कि राहुल गाँधी ने नॉर्थ-ईस्ट से AFSPA हटाने का चुनावी वादा किया था। कांग्रेस ने ऐसा तुष्टिकरण की राजनीति के लिए किया था। मैं तब पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष था, पत्रकारों ने मुझसे भी इस संबंध में सवाल पूछे थे। तब मैंने कहा था कि AFSPA सेना और सुरक्षा दलों के प्रोटेक्शन के लिए बना है लेकिन हम मानते हैं कि हमारी आंतरिक सुरक्षा इतनी मजबूत होनी चाहिए कि AFSPA लगाने की जरूरत ही हो। आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में असम सहित पूर्वोत्तर का 60% से अधिक हिस्सा AFSPA से बाहर हो चुका है। यह कितनी बड़ी क्रांति है! नागालैंड में अब केवल 7 जिले इसके तहत बचे हैं, मणिपुर में केवल 6 जिले बचे हैं और त्रिपुरा तो लगभग पूरा का पूरा मुक्त हो चुका है। पूरे उत्तर-पूर्व में शांति स्थापित करने का काम माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है।

 

डबल इंजन की सरकार में पूर्वोत्तर में विकास की कहानी

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि देश के चुनिंदा राज्यों की पुलिस को ही अपने परफॉर्मेंस और भारत निष्ठा के आधार पर राष्ट्रपति का कलर मिलता है, महामहिम राष्ट्रपति जी का प्रतीक मिलता है। मैं आज असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व शर्मा जी को बधाई देना चाहता हूँ कि अब असम की पुलिस को भी प्रेसिडेंट कलर से सम्मानित करने का काम हुआ है। भाजपा की असम सरकार में काजीरंगा अवैध घुसपैठ से मुक्त हुआ है और गैंडों का शिकार बंद हुआ है। साथ ही सरकारी जमीन को अतिक्रमण से भी मुक्त किया गया है। गौ-तस्करी का एक बहुत बड़ा रास्ता बोडोलैंड से होकर जाता था। आज असम की भूमि से एक भी ट्रक गौ माता को लेकर देश के बाहर नहीं जा सकता। पहले यहाँ सुपारी और अवैध हथियारों की भी तस्करी होती थी, इस समस्या पर भी भाजपा की असम सरकार में पूर्ण विराम लगा है। कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट असम में चल रहे हैं। यहाँ पर एक भव्य फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की स्थापना होने जा रही है। एक लाख से अधिक युवाओं को नौकरी देने का जो हमारा वादा था, उसका भी चरणबद्ध कार्यक्रम हमने तैयार किया है। नॉर्थ ईस्ट के राज्यों को रेल और एयरपोर्ट से जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है। नॉर्थ-ईस्ट के विकास के बजट को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 3 गुना कर यहाँ के इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूती दी है।

 

असम में विकास की कहानी को रेखांकित करते हुए श्री शाह ने कहा कि पश्चिमी असम के जोगीदोपा में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनाया गया है, ऊपरी असम के गोलाघाट में ट्रेड सेंटर बनाया गया है, निचले असम में चाय पार्क और बांस पार्क बना है। गुवाहाटी में एयर कार्गो के इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना हुई है। अब हमने असम के हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का लक्ष्य रखा है। हम जब असम की जनता से अगले विधान सभा चुनाव में वोट मांगने आयेंगे, उससे पहले हम असम के हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने का काम पूरा कर चुके होंगे। पांच वर्षों में असम में हमने 24 मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया है। उद्योगों को बढ़ाने के लिए जितने भी आवेदन आये हैं, उसमें से 99% आवेदनों का निपटारा हो चुका है। यही बताता है कि अब असम में औद्योगिक क्रांति होने वाली है। पहली बार असम में लाखों करोड़ रुपये की धान खरीदी हुई है।

 

अगले पांच वर्षों में असम होगा बाढ़ मुक्त

 

श्री शाह ने कहा कि इस बार के विधान सभा चुनाव में मैं पार्टी का मेनिफेस्टो घोषित करने आया था। तब मैंने जनता से अपील की थी कि हमने आसम को आतंकवाद मुक्त और हड़ताल मुक्त बनाया। आप हमें पांच साल का एक कार्यकाल दे दीजिये तो हम असम को अगले पांच वर्षों में बाढ़ मुक्त प्रदेश बनायेंगे। कल NEC के चेयरमैंन के नाते मैंने असम के मुख्यमंत्री जी और अधिकारियों के साथ बैठक की। असम ने बाढ़ को रोकने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। उस योजना के माध्यम से 5 साल में ही असम में बाढ़ भूतकाल बन जाएगा। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार असम को बाढ़ मुक्त करने के लिए कृतसंकल्पित है।

 

भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए कार्यालय सिर्फ एक भवन नही भावनाओं का पुलिंदा होता है

ईंट और पत्थर से बना ये भवन भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए एक मंदिर के समान है

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी आज यहाँ बैठे हुए हैं। आज देश के हर जिले में भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय बनाने की योजना पर तेज गति से काम हो रहा है। हमने जितने जिला भाजपा कार्यालयों को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, उसमें से 2024 तक 90% से अधिक जिला भाजपा कार्यालयों का काम पूरा हो जाएगा। यहां पर भाजपा के विकास का इतिहास अद्भुत है। यह पार्टी कार्यकर्ताओं के त्याग और बलिदान से भरा हुआ है। आज पार्टी के सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को यहाँ आमंत्रित किया गया है। ये सभी हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। इन लोगों ने पूरा जीवन भारतीय जनता पार्टी के प्रति समर्पित रहा है। इन लोगों ने भाजपा रूपी जिस बीज को बोने का कार्य किया, आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में वह बीज एक बटवृक्ष के रूप में पूरे उत्तर-पूर्व को प्रकाशित कर रहा है।

 

श्री शाह ने कहा कि असम में पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक भारतीय जनता पार्टी को विजय प्राप्त हुई है। अगर इस विजय का कोई असली अधिकारी है तो ये असम में पार्टी के हजारों-लाखों कार्यकर्ता हैं। आप सब पार्टी कार्यकर्ताओं ने आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में दिन-दूना, रात-चौगुना मेहनत की है। कार्यालय बनने मात्र से पार्टी मजबूत नहीं हो जाती है बल्कि पार्टी मजबूत होती है कार्यकर्ताओं के सिद्धांतों के प्रति समर्थन से, कार्यकर्ताओं के परिश्रम से, कार्यकर्ताओं के त्याग और बलिदान से। यदि हम इस मंदिर से सिद्धांतों के प्रति समर्पण, परिश्रम और त्याग एवं बलिदान की प्रेरणा लें तो उत्तर-पूर्व की शांति और विकास में खलल पहुंचाने वाले कभी सफल नहीं हो पाएंगे, ऐसा मेरा दृढ़ विश्वास है।

 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि किसी पार्टी के लिए कार्यालय ईंट, पत्थर से बना हुआ मकान नहीं है, बल्कि यह तो पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में प्रदेश भाजपा कार्यालय का शिलान्यास किया था। भाजपा के कार्यकर्ता के लिए कार्यालय सिर्फ भवन नहीं होता, बल्कि यह भावनाओं का और समर्पण का केंद्र होता है। यहाँ कार्य योजनाओं का रेखांकन होता है और यहीं से असम एवं पूरे नॉर्थ-ईस्ट के विकास की योजनायें बनेगी।

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत दुनिया में अपनी अलग छाप छोड़ रहा है

 

आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व को पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है, देश के हर कोने में विकास पहुँच रहा है और सीमाओं की एक-एक इंच भूमि सुरक्षित हुई है। यह श्री नरेन्द्र मोदी जी का संकल्प है कि हमारी संस्कृति पूरे विश्व में फैले। पूरे विश्व में भारतवर्ष की संस्कृति को गौरव के साथ पहुंचाने का ध्वजवाहक यदि कोई है तो वे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं। आज दुनिया श्री नरेन्द्र मोदी जी की ओर आशा भरी निगाह से देख रही है। हम सब मिल कर आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर के विकास के लिए कटिबद्ध हों और भारत को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने का संकल्प लें।

 

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