Media Byte of BJP National Spokesperson Shri Shehzad Poonawalla


द्वारा श्री शहजाद पूनावाला -
19-07-2024
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री शहजाद पूनावाला ने पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के संबंध में प्रेस को संबोधित किया

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री शहजाद पूनावाला ने आज केन्द्रीय कार्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी की सरकार में महिलाओं पर निरंतर अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और प्रियंका वाड्रा इंडी गठबंधन घटक दलों द्वारा शासित राज्यों में हो रहे महिला अत्याचार पर आंखे मुंद ली है, जबकि राहुल गाँधी हादसों पर राजनीति करते हैं। क्या राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को देश के संविधान के लिए अपनी चुप्पी तोड़ेंगे या गठबंधन धर्म को निभाते हुए महिला अत्याचार पर मौन रहेंगे?  

 

श्री पूनावाला ने कहा कि यह तालिबानी कोर्ट का वीडियो हावड़ा के डोमजूर से आया है और हावड़ा वही जगह है, जहाँ पर पश्चिम बंगाल का राज्य सचिवालय अवस्थित है और ममता बनर्जी का आना जाना लगा रहता है। चोपड़ा, उत्तर दिनाजपुर में किस प्रकार से जेसीबी ताजमुल तालिबानी तरीके से महिला को पीट रहा था, उसके बाद कूच बिहार में एक महिला मुस्लिम महिला को निर्वस्त्र किया गया और अलीयादाह में भी एक और महिला की इस प्रकार की पिटाई की गई। कोलकाता और उसके बाद हावड़ा से इस प्रकार की तस्वीरें आई, जिसमें एक महिला की बेरहमी से पिटाई की गई और उसके बाद एक धारदार कैंचियों से प्रहार करते हुए महिला के बाल काटे गए, ताकि केवल उस महिला को नहीं, बल्की पश्चिम बंगाल की सभी महिलाओं को एक तालिबानी संदेश दिया जा सके। इस कृत्य के पीछे अबूल, मेहबूबुल्ला, अरबाज के साथ-साथ और कुछ पांच छह लोग थे। ये जो शरिया प्रेरित तालिबानी कोर्ट का  उदाहरण आज पश्चिम बंगाल में लगातार दिखाई दे रहे हैं और यह प्रत्येक दिवस की घटनाएं आम बन चुकी हैं।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री पूनावाला ने कहा कि इस प्रकार के कैंगरो कोर्ट या शरिया इंस्पायर्ड तालिबानी कोर्ट पश्चिम बंगाल में लगते हैं, जहाँ पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। ऐसे शरिया कानून के तहत तालिबानी कोर्ट को चलाने वाले हैं और महिलाओं का उत्पीड़न महिलाओं के साथ प्रताड़ना करने वाले अपराधियों को तृणमूल कांग्रेस और ममता दीदी की सरकार का सम्पूर्ण समर्थन प्राप्त है। इसीलिए जब चोपड़ा, उत्तर दिनाजपुर में ये तालिबानी घटना सामने आई, तो टीएमसी के एक विधायक ने कहा कि यह सामान्य बात है, क्योंकि मुस्लिम राष्ट्र में यह होता रहता है और महिला को ही कैरेक्टरलेस कह दिया। उस टीएमसी नेता पर अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई। संदेशखाली में हिंदू महिलाओं का बलात्कार किया गया और मुख्य आरोपी शाहजहां को बचाने के लिए पश्चिम बंगाल की पुलिस और सरकार ने हर संभव कदम उठाया। यहाँ तक कि सुप्रीम कोर्ट को कहना पड़ा कि एक शाहजहाँ को बचाने के लिए पूरी पश्चिम बंगाल की सरकार आमादा थी।

 

श्री पूनावाला ने कहा कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा के विषय में अपमानजनक ट्वीट की थी, अब तक उन पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसीलिए चाहे हावड़ा हो, चाहे कूच बिहार हो, चाहे संदेशखाली हो या चाहे चोपड़ा हो, इन घटनाओं के बाद ये साफ-साफ कहा जा सकता है कि पश्चिम बंगाल में आज माँ, माटी, मानुष वाली सरकार नहीं, बल्कि टीएमसी तालिबानी सरकार है। इसीलिए ये सारे अपराधी इस प्रकार के तालिबानी फैसले सुनाते हैं और उसे अमल में लाने के लिए इस प्रकार के शरिया एक्सपर्ट कोर्ट से तालिबानी न्याय देते हैं। उन पर ना कोई कार्रवाई होती है और उनके सारे तार तृणमूल कांग्रेस की सरकार और नेताओं के साथ जुड़े हैं।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री पूनावाला ने कहा कि ऐसी ही एक घटना तेलंगाना में भी सामने आई है। तेलंगाना में एक महिला को बिजली के खंभे के साथ बांधा गया। इस महिला का अपराध केवल इतना है कि ये गरीब महिला है और इसलिए दिनदहाड़े इस महिला की पिटाई की गई। पश्चिम बंगाल की तरह ही तालिबानी तरीके से तेलंगाना में भी महिला की पिटाई की गई। तेलंगाना में कांग्रेस और इंडी गठबंधन की सरकार है और वहाँ ऐसे तालिबानी कृत्यों को अंजाम देने वाले तमाम उन अपराधियों को खुली छूट दी जाती है। महिला अधिकारों का गला घोंट कर, महिला उत्पीड़न को अंजाम दिया जाता है। मगर दुख की बात यह है कि चाहे पश्चिम बंगाल हो या चाहे तेलंगाना हो, इन सभी घटनाओ पर सेक्युलर सन्नाटा पसरा है। लड़की हूँ लड़ सकती हूँ का नारा देने वाले भी इन घटनाओं पर मौन हैं। इसीलिए सवाल उठता है कि इन घटनाओं पर प्रियंका वाड्रा जी का क्या वक्तव्य है? राहुल गाँधी जी ने अभी तक कोई स्टेटमेंट क्यों नहीं दिया? क्या राहुल गाँधी जी इस महिला से मिलने जाएंगे, जिसके साथ इस प्रकार से प्रताड़ना की गई है? चोपड़ा की घटना पर कांग्रेस पार्टी खामोश है, संदेशखाली पर कांग्रेस पार्टी खामोश रही, स्वाति मालीवाल पर कांग्रेस पार्टी खामोश रही और अब हावड़ा और तेलंगाना में महिला उत्पीड़न की इतनी बड़ी घटनाओं के बाद भी कांग्रेस चुप है। प्रियंका वाड्रा, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और खड़गे जी को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।

 

श्री पूनावाला कहा कि कुछ दिन पहले महिला सशक्तिकरण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक बहुत बड़ा फैसला सुनाया है। कांग्रेस की यूपीए सरकार ने कट्टरपंथियों के सामने नतमस्तक होकर और महिला अधिकारों का गला घोंटते हुए, माननीय सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय पलट दिया था। मगर अब जब सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय सुनाया है तो जय संविधान कहने वाले राहुल गांधी ने, न इस फैसले का स्वागत किया और न ही AIMPLB में जिन लोगों ने इसके विरुद्ध जाने का निर्णय लिया है, उनका खंडन किया। संविधान के प्रति को हाथ में लेकर घूमने से कुछ नहीं होगा, संविधान की बातों से इत्तेफाक रखना होगा। तो बताएं कि पश्चिम बंगाल में घटी घटना संविधान सम्मत है या संविधान के खिलाफ? सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राहुल गांधी ने कोई टिप्पणी नहीं की, उल्टा इस निर्णय का विरोध करने वाले लोग इंडी गठबंधन के साथी हैं, इसलिए राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को यह बताना चाहिए कि क्या वह देश के संविधान के लिए और पश्चिम बंगाल की महिलाओं के लिए कुछ बोलेंगे या नहीं?

 

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