भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी का डायमंड हार्बर ब्लास्ट और एनआईए टीम पर हमले का जवाब
जो पश्चिम बंगाल में घटना है, वो बहुत दुखद और गंभीर है। डायमंड हार्बर क्षेत्र में जिस प्रकार से हिंसा हुई है और वह बहुत गंभीर बात है। उतने बड़े ब्लास्ट के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एनआईए की टीम जाती है तो पहले ईडी पर हमला हो चुका होता है, और अब एनआईए पर हमला होता है। ये संविधान बचाने के लिए है कि संविधान नष्ट करने के लिए है? उसके बाद मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) किस प्रकार का बयान देती है? साहब वो आधी रात में आए थे बगैर पुलिस को बताए हुए। जबकि मेदिनीपुर पुलिस के एसपी ने साफ कहा कि वो सवेरे आए थे, पुलिस को बता कर गए थे।
दूसरा पॉइंट, वो कहतीं है कि महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हुआ, जबकि वहां पर वीडियो फुटेज अवेलेबल है कि उनके साथ महिला पुलिस थी। उससे ज्यादा दुखद यह है कि ममता जी की निर्ममता की पराकाष्ठा है कि वो कहतीं है वो ‘चॉकलेट बम’ था। जबकि उसमे जो शव के टुकड़े है, वो कई सौ मीटर दूर तक मिले जिसमें उनका एक कार्यकर्ता भी मारा गया है। बड़े दुख की बात ये है, अपराध और भ्रष्टाचार, दोनों को संरक्षित करने में जो कुछ पश्चिम बंगाल में किया जा रहा वो लोकतंत्र के लिए और संविधान के लिए सबसे बड़ा खतरा है। और वो सबसे बड़ा खतरा तृणमूल कांग्रेस की सरकार के अन्डर में, मैं कह सकता हूँ कि जो परिस्थितियां हैं वो लालू प्रसाद यादव जी के शासन काल के बिहार और समाजवादी पार्टी के शासन काल के उत्तर प्रदेश से ज्यादा बुरी स्थितियां सुनियोजित और व्यवस्थित हिंसा के द्वारा पश्चिम बंगाल में हो रही हैं। उससे दुखद बात यह है कि जिस प्रकार से मुख्यमंत्री उनका बचाव कर रहीं हैं, कि शाहजहां शेख का तो बचाव होता है और वहां तक तो ठीक था। अब बम धमाकें वालों का भी बचाव हो रहा है। मुझे लगता है बंगाल के साथ, बंगाल की जनता के साथ, बंगाल की जनता के दर्द के साथ इससे ज्यादा दर्दनाक अन्याय नहीं हो सकता।
***********************
To Write Comment Please लॉगिन