भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने देश की महान विभूति श्रद्धेय बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की कर्मस्थली “वंदे मातरम्" भवन गए और उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किया
देश की महान विभूमित, अमर साहित्यकार एवं राष्ट्र भक्ति के अमर गीत “वंदे मातरम्” के रचियता श्रद्धेय बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय जी ने “वंदे मातरम्” जैसी अपनी महान और अमर रचना से न केवल आजादी की लड़ाई में नई जान फूंकी बल्कि भारतीय साहित्य को समृद्ध भी किया।
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श्रद्धेय बंकिम बाबू ने पश्चिम बंगाल को ही नहीं, बल्कि पूरे देश को एक नई दृष्टि और दिशा दी। “वंदे मातरम्” सिर्फ एक गीत या नारा नहीं है, बल्कि यह आजादी की एक संपूर्ण संघर्ष गाथा है, जो आज भी सभी देशवासियों के दिल में धड़क रही है।
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महान विभूति बंकिम बाबू से हम सब लोग प्रेरणा लेकर देश को हर दृष्टि से खुशहाल, सुजलाम, सुफलाम, मंगलमय एवं परिपूर्ण करने तथा समाज में मंगलमलय वातावरण बनाने के लिए हर सभंव कार्य करेंगे।
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वंदे मातरम्” भवन के दर्शन करने के बाद मुझ में एक नयी उर्जा का संचार हुआ है। मैं इस नई उर्जा के संचार के साथ तत्पर होकर मां भारती की सेवा करूंगा और भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ देश की राष्ट्रवादी ताकतों को और अधिक आगे बढ़ाने के लिए सतत काम करता रहूँगा।
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा आज हुगली (पश्चिम बंगाल) स्थित देश की महान विभूति एवं राष्ट्र भक्ति के अमर गीत वंदे मातरम के रचियता श्रद्धेय बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय जी के घर “वंदे मातरम्" भवन गए और बंकिम बाबू को याद किया। बंकिम बाबू ने यहीं पर कालजयी कृति “वंदे मातरम्” की रचना की थी। ज्ञात हो कि श्री नड्डा पश्चिम बंगाल के तीन दिवसीय प्रवास पर कल पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं। आज वे प्रदेश भाजपा कार्यसमिति बैठक को भी संबोधित करेंगे। वे कल भी कई सांगठनिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
बंकिम बाबू को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात् माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बंकिम बाबू ने “वंदे मातरम्” जैसी अपनी महान और अमर रचना से न केवल आजादी की लड़ाई में नई जान फूंकी बल्कि भारतीय साहित्य को समृद्ध भी किया। श्रद्धेय बंकिम बाबू ने पश्चिम बंगाल को ही नहीं, बल्कि पूरे देश को एक नई दृष्टि और दिशा दी। “वंदे मातरम्” सिर्फ एक गीत या नारा नहीं है, बल्कि यह आजादी की एक संपूर्ण संघर्ष गाथा है, जो आज भी सभी देशवासियों के दिल में धड़क रही है। महान विभूति बंकिम बाबू से हम सब लोग प्रेरणा लेकर देश को हर दृष्टि से खुशहाल, सुजलाम, सुफलाम, मंगलमय एवं परिपूर्ण करने तथा समाज में मंगलमलय वातावरण बनाने के लिए हर सभंव कार्य करेंगे।
श्री नड्डा ने कहा कि आज मुझे यहां बंकिम बाबू जी की कर्मस्थली आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, मैं यहाँ आकर अपने आप को धन्य महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने इस जगह पर अपने जीवन के पांच साल व्यतीत किए और दुनिया व देश को बहुत सारी अनमोल रचनाएं दी। उनकी लिखित पुस्तकें आज भी देश और पूरी दुनिया में बंगाल की संस्कृति की सुगंध बिखेर रही है।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी जगह पर आकर मैं अपने आपको अभिभूत और गौरवान्वित महसूस करता हूं। मुझे पश्चिम बंगाल की उस महान संस्कृति का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जिस संस्कृति को हमारे महान विभूति बंकिम चंद्र बाबू जीते थे। “वंदे मातरम्” भवन के दर्शन करने के बाद मुझ में एक नयी उर्जा का संचार हुआ है। मैं इस नई उर्जा के संचार के साथ तत्पर होकर मां भारती की सेवा करूंगा और भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ देश की राष्ट्रवादी ताकतों को और अधिक आगे बढ़ाने के लिए सतत काम करता रहूँगा। बंकिम बाबू से हम सब लोग प्रेरणा लेते हैं कि किस प्रकार से उन्होंने अपना जीवन देश को अर्पित कर दिया। उनसे प्रेरणा लेकर हम और हमारे पार्टी के कार्यकर्ता देश को खुशहाल और सुफलाम बनाने की हर संभव कोशिश करेंगे।
महेंद्र कुमार
(कार्यालय सचिव)
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