Salient points of Media byte of Senior BJP Leader Shri Ravi Shankar Prasad (MP).


द्वारा श्री रविशंकर प्रसाद -
01-10-2024
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद श्री रवि शंकर प्रसाद का मीडिया बाइट

 

कांग्रेस की सरकार और लैंड डील पर्यावाची हो गया है।

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जब भी किसी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो वहां लैंड डील धड़ल्ले से होता है।

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हरियाणा में पूर्व कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी की लैंड डील हो, या कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का मुडा घोटाले का लैंड डील।

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कोर्ट के निर्देश पर मुडा घोटाले की जांच हो रही है। लोकायुक्त के एंटी करप्शन  विंग ने मुडा मामले में अपने ही राज्य कर्नाटक के सीएम के खिलाफ एफआईआर किया है।

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कांग्रेस पार्टी की सरकार में जमीन कारोबार से इतना प्रेम क्यों है?

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क्या कांग्रेस पार्टी के नेता प्रॉपर्टी डीलर बन गए हैं?

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कर्नाटक के हाईटेक डिफेंस कॉरिडोर में “आर एंड डी” फैसिलिटी स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा नियम बनाने कुछ ही दिनों के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार से जुड़ा सिद्धार्थ विहार सोसायटी को पांच एकड़ जमीन कैसे मिल गया?

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद श्री रवि शंकर प्रसाद ने आज अपने आवास पर मीडिया बाइट देते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार और लैंड डील पर्यावाची हो गया है। जब भी जिस प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो वहां लैंड डील धड़ल्ले से होता है। हरियाणा में पहले के कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी की लैंड डील हो, या कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का मुडा घोटाले का लैंड डील। कांग्रेस पार्टी की प्रदेश सरकारों में लैंड डील की चर्चा होना आमबात हो गयी। भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की सरकारों में हुई जमीन घोटाले की कड़ी भर्त्सना करती है।  

 

श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस जहां भी सत्ता में आयी और वहां लैंड डील करवायी है। यह सिर्फ कर्नाटक में ही नहीं है, बल्कि जिन प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार बनती है वहां लैंड डील देखने को मिला, जैसे राजस्थान, हरियाणा आदि प्रदेशों में देखने को मिला था। किसी भी ट्रस्ट को प्रामणिक तरीके से जमीन दी जाए, तो भारतीय जनता पार्टी उसका विरोध नहीं करती है। लेकिन नेताओं के परिवार जब जमीन हड़पने लगे, तो भारतीय जनता पार्टी उसकी कड़ी भर्त्सना करती है। एक तरफ हुड्डा जी और दूसरी ओर मुडा, कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने खुलकर लैंड डील किया। 

 

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पार्टी, पार्टी के रष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से गंभीर सवाल पूछे और उनसे जवाब की उम्मीद की-

 

·       कांग्रेस पार्टी की सरकार में जमीन कारोबार से इतना प्रेम क्यों है? कांग्रेस की सरकार में लैंड डील।

 

·       कांग्रेस सरकारों को लैंड डील से इतना प्यार क्यों है?

 

·       क्या कांग्रेस पार्टी के नेता प्रॉपर्टी डीलर बन गए हैं?

 

·       कर्नाटक के हाईटेक डिफेंस कॉरिडोर में “आर एंड डी” फैसिलिटी स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा नियम बनाने कुछ ही दिनों के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार से जुड़ा सिद्धार्थ विहार सोसायटी को पांच एकड़ जमीन कैसे मिल गया?

 

·       कर्नाटक में कांग्रेस सरकार में लैंड घोटाले होने पर क्या पार्टी अध्यक्ष खड़गे जी नहीं बोल सकते हैं कि जमीन घोटाला नहीं करो? कम से कम कांग्रेस पार्टी के राश्टीय अध्यक्ष खड़गे जी को ईमानदारी का बेंचमार्क स्थापित करना चाहिए था।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय  अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार का एक ट्रस्ट “सिद्धार्थ विहार सोसायटी” है, जो आजकल कर्नाटक में लैंड डील के कारण चर्चा में बना हुआ है कांग्रेस के सरकार के लिए यह कोई नई बात नहीं है, लैंड डील मामले में पहले दामाद बाबू की चर्चा खूब होती थी, राजस्थान में तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत की सरकार और हरियाणा में तत्कालीन सीएम हुड्डा जी की सरकार में उन्हें विशेष स्नेहिल अनुभव दिया गया था।

 

भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री प्रसाद ने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के धर्मपत्नी के भाई ने एक जमीन अपनी बहन (सिद्धारमैया की पत्नी) को उपहार में दिया था। बाद में एक नियम के तहत सिद्धारमैया की पत्नी को उस जमीन के बदले दो गुना - तीन गुना जमीन मैसूर शहर के अंदर उपलब्ध कराया गया। सीएम सिद्धारमैया की पत्नी को संभवत 14 प्लाट दिए गए। इसके बाद इस ममालें में शिकायत दर्ज की गयी। तत्पश्चात माननीय राज्यपाल ने भ्रष्टाचार निरोधक अधियनियम के तहत सिद्धारमैया के खिलाफ जांच करने की अनुमति दी। फिर, सिद्धारमैया जी इस मामले की जांच रूकवाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और हाईकोर्ट ने उनकी याचिका रद्द कर जांच को जारी रखा। इस मामले में कोर्ट का अब्जर्वेशन है कि मुडा घोटाले मामले में कोई छिपा हुआ हाथ है, जो बहुत महत्वपूर्ण साक्ष्य है।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि कर्नाटक के लोकायुक्त ने मुडा मामले में सिद्धारमैया और उनके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उसके बाद इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रवर्त्तन निदेशालय (ईडी) ने भी केस दर्ज किया। अभी मुडा घोटाले की आग ठंडी भी नहीं हुई थी कि उससे पहले सिद्धार्थ विहार सोसायटी का मामला सामने आ गया। कहा जाता है कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी के परिवार का इस सोसायटी से संबंध है। सीएम सिद्धारमैया की सरकार ने आरएंडडी की सुविधा के लिए सिद्धार्थ विहार सोसायटी को बेंग्लूरू के अंदर हाईटेक डिफेंस कॉरिडोर में पांच एकड़ जमीन दिया है।

 

भाजपा के वरिष्ठ  नेता श्री प्रसाद ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि हाईटेक डिफेंस एरिया में सिद्धार्थ विहार सोसायटी को जमीन कैसे मिल गया? इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हाईटेक डिफेंस कॉरिडोर में आर एंड डी फैसिलिटी स्थापित करने के लिए नियम बनने के कुछ ही दिनों के बाद  सिद्धार्थ विहार सोसायटी को जमीन कैसे मिल गया? अगर जमीन आवंटन का मामला इतना संदेहास्पद है तो  कांग्रेस पार्टी, खड़गे जी और राहुल गांधी को इस मामले में प्रामाणिकता के साथ इसका जवाब देना पड़ेगा।

 

भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री प्रसाद ने याद दिलाते हुए कहा कि कोर्ट के निर्देश पर मुडा घोटाले की जांच हो रही है। लोकायुक्त के एंटी करप्शन  विंग ने मुडा मामले में अपने ही राज्य कर्नाटक के सीएम के खिलाफ एफआईआर किया है। उसके बाद राज्यपाल के अनुमति के बाद कार्रवाई शुरू हुई है। भारतीय जनता पार्टी मांग करती है कि मुडा घोटाले मामले का ईमानदारी से जांच हो।

 

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