भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री विनोद तावड़े की प्रेस वार्ता के मुख्य बिन्दु
निर्वाचन आयोग से भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने देश की अखंडता और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले विपक्षी नेताओं पर स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करने का आग्रह किया।
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कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, पंजाब और पश्चिम बंगाल के चुनाव अधिकारी दबाव में आकर विपक्षी नेताओं पर आचार संहिता के तहत कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
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घमंडिया गठबंधन के नेता अनीता आर राधाकृष्णन, उदयनिधि स्टालिन, सांसद ए राजा और संजय राउत द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयानों पर चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
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घमंडिया गठबंधन के तीन लक्ष्य हैं, पहला - आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को गाली देना, दूसरा - नारी शक्ति का अपमान करना और तीसरा - देश की संस्कृति का अपमान करना।
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विभिन्न प्रदेश के चुनाव अधिकारी एक ही प्रकार के विषय पर अलग-अलग तरह की कार्रवाई कर रहे हैं। श्रीमती शोभा करंदलाजे के बयान पर कार्रवाई हुई, परंतु तमिलनाडु के नेता के आपत्तिजनक के बयान पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री विनोद तावड़े ने आज केंद्रीय कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल विपक्ष के नेताओं द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने की शिकायत लेकर चुनाव आयोग से मिला। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से देश की अखंडता और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले नेताओं पर स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करने आग्रह किया। इस प्रतिनिधिमंडल में स्वयं भाजपा राष्ट्रीय महासचिव श्री विनोद तावड़े, केन्द्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, भाजपा अनुशासन समिति के सचिव श्री ओम पाठक और भाजपा राष्ट्रीय मीडिया सह-प्रमुख डॉ. संजय मयूख शामिल थे।
श्री विनोद तावड़े ने कहा कि आज भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के समक्ष कुछ बातें रखीं। जिसमें विपक्ष के घमंडिया गठबंधन के उद्देश्य को उजागर किया गया। घमंडिया गठबंधन के तीन लक्ष्य हैं, पहला - आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को गाली देना, दूसरा - नारी शक्ति का अपमान करना और तीसरा - देश की संस्कृति का अपमान करना। प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के समक्ष विभिन्न प्रदेश के चुनाव अधिकारियों द्वारा एक ही प्रकार के विषय पर अलग-अलग प्रकार की कार्रवाई करने की भी शिकायत की। इसका उदाहरण है कि केन्द्रीय मंत्री श्रीमती शोभा करंदलाजे के बयान पर चुनाव अधिकारियों ने कार्रवाई की, लेकिन तमिलनाडु के एक नेता द्वारा उसी तरह के बयान पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, पंजाब और पश्चिम बंगाल के चुनाव अधिकारी किसी प्रकार के दबाव में आकर आचार संहिता के तहत कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय निर्वाचन आयोग से इन प्रदेशों के निर्वाचन अधिकारियों के बर्ताव पर सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
श्री तावड़े ने बताया कि तमिलनाडु में मंत्री अनीता आर राधाकृष्णन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन, सांसद ए राजा और संजय राउत द्वारा सनातन धर्म, भारत देश की अखंडता और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के बारे में दिए गए आपत्तिजनक बयानों पर चुनाव आयोग को स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। श्री तावड़े ने बताया कि ऐसे कई उदाहरण देकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने आज चुनाव आयोग से आचार संहिता के उल्लंघन करने वाले नेताओं पर कार्रवाई करने की अपील की। अंत में उन्होंने विश्वास जताया कि चुनाव आयोग इन नेताओं पर कार्रवाई करेगा।
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