Salient points of press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sambit Patra


द्वारा श्री संबित पात्रा -
06-10-2021
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और लखीमपुर खीरी की घटना पर कांग्रेस के नामदार युवराज राहुल गाँधी के मिथ्या, तर्कहीन और झूठे आरोपों की राजनीति पर जोरदार हमला किया।

 

भाजपा प्रवक्ता श्री संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गाँधी को  याद होना चाहिए कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में किसानों का सिस्टेमेटिक अपलिफ्टमेंट हुआ है ना कि उन पर सिस्टेमेटिक अटैक हुआ है। राहुल गांधी हमेशा संवेदनशील घटना पर राजनीति करते हैं। उन्हें किसानों से कोई मतलब नहीं है केवल वे अपनी राजनीति चमका रहे हैं। जहां तक राहुल गांधी और गांधी परिवार का सवाल है, इस परिवार का किसानों से, व्यापारियों से, हिंदुस्तान के हर वर्ग से कोई लेना-देना नहीं है। गांधी परिवार का केवल और केवल अपने परिवार से ही लेना-देना है। कांग्रेस में उनके परिवार की नैय्या डूब रही है। राहुल गाँधी लखीमपुर खीरी की घटना में अपने राजनीतिक फायदे और परिवार की साख बचाने का अवसर तलाश रहें। राहुल गाँधी लखीमपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर देश में भ्रम फैला रहे हैं और शांति का माहौल बना रहें हैं।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना अत्यंत दुखद है किंतु कुछ विपक्षी दल जनता द्वारा बार-बार नकारे जाने के कारण अपने अस्तित्व को बचाने के लिए राजनीतिक रोटियाँ सेंकने में लगे हैं। सच्चाई यह है कि लखीमपुर खीरी में किसान संगठन और प्रशासन के बीच बातचीत कर समझौता हो चुका है। जब एक निष्पक्ष जांच चल रही हो तो हम सभी को गैरजिम्मेदार टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक बार फिर वहीं किया जो वह हमेशा करते हैं। वह गैरजिम्मेदारी का दूसरा नाम हैं। किसान संगठन और प्रशासन ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर सारी जानकारियाँ दे दी हैं। अब यह हम सब का कर्तव्य है कि हम कोई गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी न करें लेकिन राहुल गाँधी वही कर रहे हैं। इस दुखद घटना के संदर्भ में उनका रवैया बेहद गैर-जिम्मेदाराना है। उनका मुख्य उद्देश्य शांति के माहौल को बिगाड़ना है जबकि हमारा कर्तव्य है कि किसी भी कीमत पर हिंसा भड़कने न दी जाय। वास्तव में राहुल गाँधी अर्थात गैर जिम्मेदार

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गाँधी ने जिस तरह प्रेस कांफ्रेंस में झूठ का पुलिंदा रखा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। क्या हुल गाँधी फॉरेंसिक मेडिकल एक्सपर्ट हो गए हैं? क्या उन्होंने पोस्टमॉर्टम किये हैं? जब पोस्टमॉर्टम पर पीड़ित परिवार ने सवाल नहीं उठाये तो राहुल गाँधी कैसे सवाल उठा रहे हैं? राहुल गाँधी बस अनर्गल सवाल उठा कर केवल और केवल भ्रम फैला रहे हैं ताकि अशांति का वातावरण बने।

 

राहुल गाँधी पर तंज कसते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के ही वरिष्ठ नेता आज कांग्रेस पार्टी के नेतृव पर सवाल उठा रहे हैं। लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर राहुल गांधी तानाशाही की बात करते हैं लेकिन कपिल सिबल के प्रेस कांफ्रेंस करने पर कांग्रेस कार्यकर्ता उनके घर पर टमाटर फेंकते है, पथराव करते हैं और तोड़-फोड़ करते हैं। क्या यही लोकतंत्र है?

 

राहुल गाँधी पर हमला जारी रखते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गाँधी, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री और दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के खिलाफ कुछ भी अनर्गल प्रलाप करते हैं, झूठ बोलते हैं और फिर उन्हें कोर्ट में जाकर माफी मांगनी पड़ती है। माँ, बेटे - सब चोरी के इल्जाम में बेल पर जेल से बाहर हैं और स कांफ्रेंस कर चोर-चोर चिल्लाते हैं। यह किस प्रकार की राजनीति है? हाल ही में टीवी पर लोगों ने देखा कि राहुल गाँधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा किसानों के हित और भूमि अधिग्रहण की चर्चा कर रहें हैं जबकि खुद रॉबर्ट वाड्रा पर किसानों की जमीन हड़पने के कई मामले चल रहे हैं।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि राहुल गाँधी सेलेक्टिव पॉलिटिक्स करते हैं। राहुल गांधी कह रहे हैं कि वो लखीमपुर खीरी जाना चाहते हैं, पर क्या उन्होंने राजस्थान के किसानों की चिंता की? राजस्थान में धान की खरीदी के लिए कुछ किसान प्रशासन के सामने गए थे, उन पर लाठीचार्ज किया गया। किसानों पर हुई इस बर्बरता और लाठीचार्ज में घायल किसान आज अस्पताल में भर्ती हैं, क्या राहुल गांधी जी ने इस पर राज्य के मुख्यमंत्री से बात की? राहुल एक सवाल आपसे भाजपा पूछ रही है, कि आप चयनात्मक राजनीति क्यों करते हैं? हमने टीवी के माध्यम से देखा कि राजस्थान के हनुमानगढ़ में धान की खरीदी के लिए जो किसान प्रशासन के पास गए थे उन पर बर्बरता पूर्वक लाठियां बरसाई गई। क्या उन्होंने फोन पर भी किसानों का हाल-चला जाना?

 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गाँधी किसानों पर सिस्टेमेटिक अटैक की बात कर रहें है कांग्रेस की सरकार स्वामीनाथन कमिटी की रिपोर्ट पर 8 वर्षों तक कुंडली मार कर बैठी रही। कमिटी की सिफारिशों के अनुरूप एमएसपी बढ़ाने, कृषि सुधार आदि पर कुछ भी नहीं किया। यह नरेन्द्र मोदी सरकार है जिसने स्वामीनाथन कमिटी की सिफारिशों को लागू किया और किसानों को उनकी फसल पर लागत मूल्य का डेढ़ गुने से भी अधिक एमएसपी दिया।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक देश में लगभग पांच दशकों से भी अधिक समय तक कांग्रेस की सरकार रही। यदि कांग्रेस की सरकारों ने किसानों की भलाई और उनके जीवन के उत्थान के लिए कुछ भी किया होता तो आज ऐसी स्थितियां न होती। किसानों को याद है कि कांग्रेस की सरकारों में यूरिया की कमी होने पर उन पर लाठीचार्ज हुआ करता था लेकिन आज केंद्र सरकार की हर नीति के केंद्र में देश के गाँव, गरीब और किसान ही हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में चलने वाली केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत देश के लगभग 10 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक एकाउंट में डेढ़ लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर की है।

 

लखीमपुर खीरी की घटना में एक पत्रकार की दुखद मृत्यु पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एक पत्रकार की भी लखीमपुर खीरी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में समाचार सकंलन के दौरान मौत हो गई। पत्रकार लोकतंत्र के लिए जान जोखिम में डालते हैं, मैं पत्रकारों को सलाम करता हूं। पत्रकार जान पर खेल कर जनता को सच्चाई दिखाते हैं जबकि राहुल गाँधी कह रहे है कि मीडिया सच्चाई सामने नहीं ला रही है।

 

डॉ पात्रा ने कहा कि राहुल गाँधी को देश की किसी भी संवैधानिक संस्था पर विश्वास नहीं है। चाहे निर्वाचन आयोग हो, सुप्रीम कोर्ट हो, ईवीएम, संसद से पारित कानून हो या फिर मीडिया - वे सभी संस्थानों पर सवाल उठाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा जैसे विपक्षी दल भ्रम फैलाकर देश में अराजकता और अशांति का वातावरण तैयार करना चाहते हैं। यह निंदनीय है। हमारी सोच यह है कि देश में शांति बनी रहनी चाहिए। राहुल गांधी शांति भंग करने की कोशिश ना करें।

 

(महेंद्र पांडेय)

कार्यालय सचिव

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