Salient points of the press conference : BJP National Spokesperson Dr. Sambit Patra (M.P.)


द्वारा श्री संबित पात्रा -
31-07-2024
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद डॉ. संबित पात्रा की प्रेस वार्ता के मुख्य बिन्दु

 

 जात जो पूछे राहुल की प्रकट हुआ अज्ञान, मम्मी-मम्मी कहकर रोए भाईजान।

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राहुल गांधी कहते हैं कि हिंदुस्तान को यह जानने का अधिकार है कि किस जाति के लोग सर्वाधिक सैनिक के रूप में है, लेकिन अगर उनसे किसी ने जाति पूछ ली तो मम्मी-मम्मी करके अपमान का आरोप लगाने लगते हैं।

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 श्री अनुराग ठाकुर ने अपना विषय प्रस्तुत करते हुए किसी व्यक्ति विशेष का नाम नहीं लिया, तो 543 सदस्यों में से केवल एक व्यक्ति को क्यों बुरा लगा?

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कुछ दिन पूर्व राहुल गांधी पत्रकारों की जाति पूछ रहे थे, हलवा सेरेमनी में उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों की जाति, देश के जजों की जाति, देश के सैनिकों की जाति पूछने का अधिकार उन्हें किसने दिया?

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नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव के दौरान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की जाति को लेकर भी विवादित टिप्पणियां की थी।

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राहुल गांधी ने सदन में गैर संसद सदस्यों को 1 और 2 कहकर नामित किया, जो पहले से ही आवंटित हैं, सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय में नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी आरोपी नं.1 और राहुल गाँधी आरोपी नं. 2 हैं।

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18वीं लोकसभा सत्र के आरंभ से ही 99 की संख्या के अहंकार का खेल देखने को मिल रहा है। राहुल गांधी और उनके सहयोगी दलों का व्यवहार अक्षम्य है।

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 सदन में राहुल गांधी का पहनावा उनका अहंकार दर्शाता है एवं उनकी चाल-ढाल माननीय पीठासीन के विरुद्ध अहंकारपूर्ण होती है।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद डॉ. संबित पात्रा ने आज केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा सांसद श्री अनुराग ठाकुर द्वारा लोकसभा में “जाति गणना” विषय पर की गई टिप्पणी को मुद्दा बनाकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा सदन में किये गए अनावश्यक हंगामे की जमकर आलोचना की।

 

डॉ. पात्रा ने कहा कि कल जब संसद में हंगामा हुआ, उस समय वह भी सदन में उपस्थित थे। पहली बार सांसद बनने के बाद वह संसद की गतिविधियों को बारीकी से अवलोकन करते रहे कि किस प्रकार से सांसदगण अपने विषयों को रखते हैं। किस प्रकार से प्रश्न किया जाता है और उसका प्रतिउत्तर किस प्रकार दिया जाता है, यह सब सीखने को मिल रहा था। जब से 18वीं लोकसभा का सत्र आरंभ हुआ, 99 की संख्या और अहंकार का खेल नेता प्रतिपक्ष की ओर से देखने को मिल रहा है। राहुल गांधी और उनके सहयोगी दलों का व्यवहार अक्षम्य है। यह अत्यंत शर्मनाक है कि देश की संसद जो लोकतंत्र का सर्वोच्च मंदिर है, उसमें बैठकर अहंकारपूर्व व्यवहार किया जा रहा है।

 

राहुल गांधी कह रहे हैं कि उनकी जाति पूछकर उनका अपमान किया गया। सच्चाई तो यह है कि कल पूरा देश संसद की कार्यवाही को देख रहा था। श्री अनुराग ठाकुर ने अपना विषय प्रस्तुत करते हुए किसी व्यक्ति विशेष का नाम लेकर कोई बयान नहीं दिया। श्री अनुराग ठाकुर ने जब यह कहा कि जिसे स्वयं की जाति का पता नहीं, वह जाति गणना की बात कर रहे है, तो 543 सदस्यों में से केवल एक व्यक्ति को क्यों बुरा लगा? राहुल गांधी के एक इशारे पर पूरे कांग्रेस के सदस्य खड़े हो गए जाति क्या पूछ ली, संसद में हंगामा बरप गया ? कांग्रेस के सांसदगण कागज फाड़-फाड़ कर फेंकने लगे। गौरव गोगोई ने भी प्रश्नकाल के दस्तावेजों को फाड़ कर स्पीकर की कुर्सी पर फेंका, क्योंकि उनके नेता राहुल गांधी से जाति पूछ ली गई। कुछ दिन पहले राहुल गांधी पत्रकारों से उनकी जाति पूछ रहे थे, केंद्रीय बजट पेश होने से पहले आयोजित हलवा सेरेमनी में उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों की जाति, देश के जजों की जाति, देश के सैनिकों की जाति पूछी जा सकती है? राहुल गांधी कहते हैं कि हिंदुस्तान को यह जानने का अधिकार है कि किस जाति के लोग सर्वाधिक सैनिक के रूप में है, लेकिन अगर उनसे किसी ने जाति पूछ ली, तो मम्मी-मम्मी करके अपमान करने का आरोप लगाने लगे।

 

डॉ. पात्रा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गाँधी पूरे देश भर की संस्थाओं में कार्यरत लोगों की जाति पर सवाल करते हैं, अगर कोई उनकी जाति के विषय में कुछ कह दे, तो वे विलाप करने लगते हैं। जबकि, लोकसभा में जाति के सवाल पर उनका नाम भी नहीं लिया गया था। जब कल संसद में उनसे ये सवाल किया गया, तो उनके सहयोगी सांसद सदन में खड़े होकर कहने लगे ये पवित्र सदन है, यहां पर किसी की जाति मत पूछिए। कांग्रेस सांसद जातीय जनगणना की बात करते हैं और उनसे सदन के अंदर जाति पर बात की जाती है, तो कहते हैं सदन में बात मत करिए ये पवित्र जगह है। कांग्रेस सांसदों की सोच है कि संसद पवित्र है और पूरा देश अपवित्र है, क्योंकि बाहर तो ये लोग घूम-घूम कर जाति-जाति की बात करते है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव के दौरान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की जाति को लेकर भी अभद्र टिप्पणियां करने का कुत्सित प्रयास किया था। राहुल गांधी जाति की बात करे तो पुण्य है और जनता करे तो पाप है, ये कैसा दोहरा चरित्र है। जात जो पूंछे राहुल की प्रकट हुआ अज्ञान, मम्मी मम्मी कहकर रोए भाईजान।

 

भाजपा सांसद डॉ. पात्रा ने संसद में राहुल गांधी के सदन में बैठने के तरीके की भी आलोचना करते हुए इसकी तुलना ड्राइंग रूम में आराम से बैठने से की। उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार "लोकतंत्र के मंदिर" के प्रति असम्मान को दर्शाता है और इसे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और अन्य प्रधानमंत्रियों द्वारा बनाई गई गरिमा के विपरीत है। यही नहीं, संसद में राहुल गांधी का पहनावा उनके अहंकार को दर्शाता है, जब सदन के माननीय अध्यक्ष पीठासीन होते हैं, तो उनकी चाल-ढाल माननीय पीठासीन के विरुद्ध अहंकार भरा रहता है। सदन की कुछ गरिमा होती है, कुछ मर्यादाएं होती हैं, जो माननीय प्रधानमंत्री और नेता प्रतिपक्ष समेत अन्य सांसदगणों के लिए भी एक ही होती है, लेकिन राहुल गांधी उस संसद की मर्यादा की धज्जियां उड़ाते रहते हैं। उन्होंने कहा की गुजरात के चुनाव के समय जब राहुल गांधी सोमनाथ मंदिर गए थे, तब उन्होनें अपना नाम गैर-हिंदू रजिस्टर में लिखवाया था। उस समय गुजराती चैनलों द्वारा दिखाया गया कि राहुल गांधी ने अपना नाम गैर-हिंदू रजिस्टर में लिखा। उस समय भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था और उसके कुछ दिनों बाद कांग्रेस ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि राहुल गांधी जनेऊधारी ब्राह्मण हैं।

 

राहुल गांधी संसद में अपने भाषणों के दौरान तस्वीरें दिखाते हैं और फिर जब कैमरा उनसे हट जाता है तो शिकायत करके बचकाना व्यवहार करते हैं। उन्हें ऐसी हरकतें बंद करनी चाहिए, क्योंकि संसद में तस्वीरें दिखाना नियमों के खिलाफ है और जब ऐसे नियमों का उल्लंघन होता है तो लोकसभा टीवी का ध्यान भटकना स्वाभाविक है। सदन में जो सदस्य जो उपस्थित नहीं हैं, उनका नाम लेने पर रोक है, लेकिन राहुल गांधी ने नाम लेकर सदन के नियमों का उल्लंघन किया है। इसके विपरीत केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में किसी का नाम लिए बिना ही दो व्यक्तियों का जिक्र किया, जिनका उन्होंने सम्मान किया, जिनमें एक सदस्य ऐसे भी थे जो अपने पिता के निधन के बाद भी देश की सेवा करते रहे। इसके बावजूद राहुल गांधी ने उनकी जाति पूछी। राहुल गाँधी बताएं कि राजीव गाँधी फाउंडेशन के गवर्निंग बॉडी में कितने एससी-एसटी और ओबीसी हैं?

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. पात्रा ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने सदन में गैर संसद सदस्यों को 1 और 2 कहकर नामित किया, जो कि पहले से ही आवंटित हैं सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय में नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी आरोपी नं 1 और राहुल गाँधी आरोपी न. 2 हैं। अग्निवीर योजना पर आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने दो तरह से सेना के जवान बनाए हैं एक गरीब, दलित और अल्पसंख्यक जो अग्निवीर हैं और दूसरे वह हैं जो अमीर परिवारों से आते हैं और उन्हें सभी सुविधाएं प्रदान की जाती है। राहुल गांधी सेना में आपसी मतभेद पैदा करना चाहते हैं। राहुल गांधी, जॉर्ज सोरॉस के कहने पर काम करते हैं। वे चीन में जाकर समझौता करके आते हैं।

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