Salient points of the press conference of BJP National Spokesperson Dr. Sudhanshu Trivedi (M.P.)


द्वारा डॉ. सुधांशु त्रिवेदी -
20-08-2024
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी की प्रेसवार्ता के मुख्य बिंदु

 

कोलकाता महिला डॉक्टर की बलात्कार एवं नृशंस हत्या मामले में सीएम ममता बनर्जी की सरकार ने निर्ममता की सारी सीमाएं पार कर दी है।

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इंडी गठबंधन के दलों में जो दुरभि संधि है कि कांग्रेस के पुराने नेता और सपा के समर्थन से बने राज्यसभा सांसद तृणमूल कांग्रेस के वकील कपिल सिब्बल हैं। जिनकी ख्याती आतंकवादियों और अलगावादियों के समर्थन की रही है।

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इंडी गठबंधन की सरकार में संविधान खतरे में है। सिर्फ संविधान ही नहीं खतरे में है, बल्कि जान और जहान भी खतरे में है, और मान-सम्मान भी खतरे में है।

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कोलकाता बलात्कार एवं हत्या मामले की जांच के दौरान सबूतों को पांच प्रकार से नष्ट करने या पार्श्व में डालने का प्रयास किया गया है।

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आज तृणमूल कांग्रेस सरकार का वकील कौन है? पश्चिम बंगाल सरकार के वकील है कपिल सिब्बल। समाजवादी पार्टी के समर्थन से कपिल सिब्बल उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सांसद हैं। कपिल सिब्बल पूर्व कांग्रेस सरकार के केंद्रीय मंत्री थे। अब किसी भी प्रकार का किंतु-परंतु नहीं है, सब एक दूसरे के अपराधों के संरक्षण देने के लिए खड़े हैं।

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पीड़िता अपनी डायरी लिखती थी और पीड़िता उस डायरी को अपने पिता के साथ साझा करती थी। उस डायरी के बहुत से पन्ने और विभीत्स घटना वाले दिन के पन्ने गायब हैं।

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ममता बनर्जी बताए कि सोशल मीडिया और वक्तव्य में यदि किसी ने बयान दे दिया तो क्यों उन पर कार्रवाई हो रही है, जो इंसाफ की मांग उठा रहे हैं?

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ममता बनर्जी सरकार पीड़िता के पक्ष में बोलने वाले अपने ही सांसदों पर कार्रवाई कर रही है तो इससे इस मामले में बहुत बड़ा सवाल उठता है।

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राहुल गांधी जी के मोहब्बत की दुकान में कैसे-कैसे नफरती सामान हैं? जरा सोचिए, उत्तर प्रदेश के कन्नौज से लेकर कोलकाता तक जो कुछ हो रहा है, यदि किसी कारणवश इनकी सरकार होती तो दृश्य  कितना खौफनाक होता?

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भारतीय जनता पार्टी आश्वस्त करना चाहती है कि केंद्र सरकार कोलकाता रेप और हत्या मामले में पीड़ित परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय  प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ सुधांशु  त्रिवेदी ने आज केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कोलकाता डॉक्टर की बलात्कार एवं नृशंस हत्या मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में हुई सुनवाई के दौरान सबूत मिटाने एवं घृणित घटना मामले में सीएम ममता बनर्जी की सरकार के पक्ष में टीएमसी के अमर्यादित बयान को लेकर जमकर आलोचना की। डॉ त्रिवेदी ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ममता बनर्जी की सरकार ने निर्ममता की सारी सीमाएं पार कर दी है। इंडी गठबंधन की सरकार में संविधान खतरे में है। सिर्फ संविधान ही नहीं खतरे में है, बल्कि जान और जहान भी खतरे में है, और मान-सम्मान भी खतरे में है।

 

डॉ त्रिवेदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की घटना को लेकर आज पूरा देश आहत और आक्रोशित है। सर्वोच्च न्यायालय ने कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में महिला चिकित्सक की बलात्कार एवं हत्या मामले में जो सवाल किए हैं, वो लोकतंत्र और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार की मानसिकता और नैतिकता पर गंभीर सवाल है।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने कहा कि कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में महिला चिकित्सक की बलात्कार एवं हत्या मामले की जांच के दौरान सबूतों को पांच प्रकार से नष्ट करने या पार्श्व में डालने का प्रयास किया गया है। पहला विषय घटना है, फिर घटना का संवेदनहीन बचाव, उसके बाद निर्ममता के साथ सबूतों को नष्ट होना, तत्पश्चात उपद्रवियों का आतंक और उसके बाद बयान देकर धमकी दिया जाना। आज यह स्पष्ट हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार पूरी निर्लज्जता के साथ अपराधियों को सरंक्षण और पोषण देने में लगी हुई है, वहीं इंडी गठबंधन का किरदार भी बेनाकब हो गया है।

 

डॉ त्रिवेदी ने कहा कि देश की जनता के सामने यह बात रखना चाहता हूं कि आज तृणमूल कांग्रेस सरकार का वकील कौन है? पश्चिम बंगाल सरकार के वकील है कपिल सिब्बल। समाजवादी पार्टी के समर्थन से कपिल सिब्बल उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सांसद हैं। कपिल सिब्बल पूर्व कांग्रेस सरकार के केंद्रीय मंत्री थे। अब किसी भी प्रकार का किंतु-परंतु नहीं है, सब एक दूसरे के अपराधों के संरक्षण देने के लिए खड़े हैं। ये वही लोग हैं जो हर अलगावादी और आतंकवादी के पक्ष में कोर्ट में खड़े होते थे। और, एक बार फिर दुर्दांत अपराधी के पक्ष में कोर्ट में खड़े हैं। अब इसका बचाव करने की कोई गुंजाइश ममता बनर्जी के पास है ही नहीं।

 

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से सवाल पूछे कि कपिल सिब्बल आपके ही वकील हैं ना? जो आज सुप्रीम कोर्ट में महिला चिकित्सा के साथ बलात्कार एवं हत्या मामले में ममता सरकार के पक्ष में बचाव कर रहे हैं। यह स्पष्ट करता है कि कांग्रेस, सपा और इंडी गठबंधन के मन में किस प्रकार की संवेदनहीनता है।

 

राष्ट्रीय  प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में आज सुनवाई के दौरान सबूतों को नष्ट करने के बहुत गंभीर विषय सामने आए हैं। दो पक्ष सामने आए हैं इसमें एक पक्ष यह है कि आज न्यायालय ने केंद्रीय सुरक्षा बलों को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हास्पीटल की सुरक्षा देने का निर्णय लिया है। इससे स्पष्ट होता है कि पश्चिम बंगाल सरकार और कोलकाता पुलिस की जो नैतिक आधार था, वह स्वतः ध्वस्त हो गया। दूसर पक्ष यह सामने आया कि पीड़िता अपनी डायरी लिखती थी। और पीड़िता उस डायरी को अपने पिता के साथ साझा करती थी। उस डायरी के बहुत से पन्ने और विभीत्स घटना वाले दिन के पन्ने गायब हैं।

 

डॉ त्रिवेदी ने कहा कि कोलकाता रेप एवं मर्डर मामले में सबूतों को नष्ट करने की ऐसी श्रृंखला है कि उस पर क्या बोला जाए? इस श्रृंखला में उस कॉलेज के प्रिसिंपल का टांसफर कर दूसरे कॉलेज में प्रिसिंपल बना दिया गया। 40 से अधिक डॉक्टरों का आनन-फानन में टांसफर किया गया। पीड़िता के शव को सौंपने के कई धंटे बाद एफआईआर दर्ज की गयी। समय से पहले पीड़िता के शव को जला दिया गया। डायरेक्टर से पूछताछ नहीं की गयी। इन सबसे ज्यादा गंभीर बात यह है कि इस मामले में जिसने भी प्रश्न पूछे, उस पर कार्रवाई की गयी।

 

राष्ट्रीय  प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने ममता बनर्जी से नैतिक सवाल पूछे कि सोशल मीडिया और वक्तव्य में यदि किसी ने बयान दे दिया तो क्यों उन पर कार्रवाई हो रही है, जो इंसाफ की मांग उठा रहे हैं? जबकि, ममता बनर्जी की सरकार उन लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए थी, जिन्होंने इतने बर्बतापूर्ण कार्य किया था। सर्वोच्च न्यायालय ने भी इस तरह की कार्रवाई पर संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि 23 वर्षीय पॉलिटेक्नीक की छा़त्रा सागनिका लाहा ने इस घटना को लेकर ममता बनर्जी की सरकार पर हमला किया तो उसे गिरफ्तार करने की कार्रवाई कर दी गयी। भवानीपुर में 18 वर्षीय छा़त्रा कीर्ति षर्मा ने इस विषय को उठाया तो पश्चिम बंगाल सरकार ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता के माता-पिता ने भी बयान दिया। यहां तक कि तृणमूल कांग्रेस के शांतनु सेन ने इस मामले में पीड़िता के पक्ष में बोला तो उन्हें पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया गया। टीएमसी के सांसद सुखेंदु शेखर रे इस मामले में प्रश्न उठाया तो कोलकाता पुलिस उनसे जवाब-तलब करने लगी। भाजपा सांसद के खिलाफ ममता बनर्जी की सरकार इस तरह की कार्रवाई करती है तो हमलोग जानते हैं कि यह उनकी पुरानी प्रवृति रही है। लेकिन ममता बनर्जी सरकार पीड़िता के पक्ष में बोलने वाले अपने ही सांसदों पर कार्रवाई कर रही है तो इससे बहुत बड़ा सवाल उठता है।

 

डॉ त्रिवेदी ने कहा कि देश की जनता को सोचना चाहिए कि कोलकाता रेप और मर्डर मामले पर सवाल उठाने वालों पर कार्रवाई कर रही है, भले ही वो टीएमसी नेता क्यों न हो। लेकिन उससे भी बड़ी बात यह है कि इस मामले में ममता बनर्जी सरकार के मंत्री उदय गुहा ने कहा कि ममता जी के तरफ जो उंगली उठेगी, उस उंगली को तोड़़ दी जाएगी। टीएमसी के सांसद अरूप चक्रवर्ती बयान देते हैं कि पीड़ित और आहत डॉक्टर अपने गर्ल फ्रेंड और बॉय फ्रेंड के साथ घुमने के लिए वहां प्रर्दषन स्थल पर बैठे हैं। परिणाम भुगतना पड़ेगा। 

 

भारतीय जनता पार्टी पीड़ा और गंभीरता के साथ कहती है कि देश की जनता को सोंचना चाहिए कि आज पश्चिम बंगाल में संविधान कितने बड़े खतरे में है? कल्पना कीजिए कि यदि केंद्र में टीएमसी की सरकार होती तो सवाल उठाने वालों की उंगली तोड़ दी जाती। अरूप चक्रवर्ती ने जो बाते कही है, उसके अनुसार आज पीड़ित और आहत लोग को परिणाम भुगता दिया होता। सर्वाच्च न्यायाल और केंद्रीय बलों के हस्ताक्षेप के बाद पश्चिम बंगाल में आज यह स्थिति है।

 

राष्ट्रीय  प्रवक्ता डॉ त्रिवेदी ने कहा कि इंडी गठबंधन के दलों में जो दुरभि संधि है कि कांग्रेस के पुराने नेता और सपा के समर्थन से बने राज्यसभा सांसद तृणमूल कांग्रेस के वकील हैं। जिनकी ख्याती अतांकवादियों और अलगावादियों के समर्थन की रही है। अर्थात इंडी गठबंधन की सरकार में संविधान खतरे में है। सिर्फ संविधान ही नहीं खतरे में हैए बल्कि जान और जहान भी खतरे में है, और मान.सम्मान भी खतरे में है।

 

भारतीय जनता पार्टी आश्वस्त करना चाहती है कि केंद्र सरकार कोलकाता रेप और हत्या मामले में पीड़ित परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। सर्वाच्च न्यायाल ने स्वतः संज्ञान लिया है तो कानूनी प्रक्रिया न्यायालय के दिशा- निर्देश पर होगी। उसमें जो भी सक्रिय, सकारात्मक और त्वरित सहयोग की जरूरत होगी, उसे केंद्र सरकार उपलब्ध कराएगी। देशभर के चिकित्सकों के मन में आक्रोश एवं वेदना है, भारतीय जनता पार्टी उनके साथ है। डॉ त्रिवदी ने कहा कि राहुल गांधी जी के मोहब्बत की दुकान में कैसे-कैसे नफरती सामान हैं? जरा सोचिए, उत्तर प्रदेश के कन्नौज से लेकर कोलकाता तक जो कुछ हो रहा है, यदि किसी कारणवश इनकी सरकार होती तो दृश्य  कितना खौफनाक होता?

 

डॉ त्रिवेदी ने परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ममता बनर्जी की सरकार ने निर्ममता की सारी सीमाएं पार कर दी है। उनकी निर्ममता पर यही कहा जा सकता है कि “देखों उन निराश नयनों को, जिनके आंसू सूखे हैं; जो न्याय हेतु अभी तक पथ देखते हुए रूखे हैं।“

 

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