Salient points of press conference : BJP National Spokesperson Shri Gaurav Bhatia


द्वारा श्री गौरव भाटिया -
22-04-2024
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया की प्रेस वार्ता के मुख्य बिन्दु

 

कर्नाटक की बहन नेहा हीरेमथ के साथ हुई घटना कांग्रेस के जंगलराज का प्रमाण है। कर्नाटक में कानून व्यवस्था ध्वस्त है, सिद्धारमैया मस्त हैं।

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इंडी गठबंधन का तीन सूत्रीय कार्यक्रम है, 1- तुष्टीकरण करना, 2- हिंदुओं से नफरत करना और 3- सत्ता पाने के लिए भारत विरोधी शक्तियों से हाथ मिला लेना।

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ममता मुसलमानों को दूध देने वाली गाय बताती हैं और जय श्री राम का नारा लगाने वाले हिंदूओं को चमड़ी उधेड़ने की धमकी देती हैं।

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पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर रामभक्तों के साथ जबर्दस्ती की गई और उन्हें जय श्री राम बोलने से रोका गया। क्या कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में भारत का संविधान लागू नहीं होता है और नागरिकों के मूल अधिकारों के हनन पर सरकार मूक दर्शक बनी रहती है।

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कांग्रेस हिंदू नफरत में इतनी अंधी हो चुकी है कि अब घोषणपात्र में भी तुष्टिकरण कर रही है और चुनावी अभियान में संविधान को तार-तार करने वाले बयान दे रही है।

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कांग्रेस पार्टी को खड़ा होना चाहिए था पीड़ित परिवार के साथ मगर वह खड़ी है आरोपीयों के साथ। कर्नाटक की पुलिस नेताओं के दबाव में आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है।

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          विपक्षी गठबंधन की सोच संविधान को नष्ट करने वाली, तुष्टीकरण करने वाली और हिंदू विरोधी है।

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पीड़ित के पिता कांग्रेस सरकार से न्याय के लिए सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, लेकिन कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कह रहे हैं कि सीबीआई जांच की आवश्यकता नहीं है।

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यह मामला लव जिहाद का है, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मामले को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है क्योंकि वो आरोपियों का धर्म देखकर उनके पक्ष में खड़े हैं।

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प्रियंका गांधी नेलड़की हूं, लड़ सकती हूंका नारा दिया था। आज पूरे देश में महिलाएं पूछ रही हैं कि कर्नाटक की बहन की लड़ाई कौन लड़ेगा? सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है।

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भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया ने आज सोमवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। प्रेसवार्ता में राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया ने कर्नाटक में बहन नेहा हीरेमथ की निर्मम हत्या और कांग्रेस सरकार द्वारा इस मामले को लेकर की जा रही तुष्टिकरण की राजनीति पर जमकर निशाना साधा। श्री गौरव भाटिया ने कर्नाटक में कानून व्यवस्था की स्तिथि को लेकर प्रश्न किए और कर्नाटक सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया। इसके साथ ही श्री गौरव भाटिया ने इंडी गठबंधन के घटक दल तृणमूल कांग्रेस और डीएमके पर सनातन और संविधान विरोधी होने के आरोप लगाए।   

 

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया ने कहा इस लोकतंत्र के महापर्व में जैसे-जैसे भारतीय जनता पार्टी और एनडीए का ग्राफ बढ़ रहा है, इससे स्पष्ट हो गया है कि एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी, विपक्षी खेमे में खासकर के इंडी गठबंधन और कांग्रेस पार्टी में एक अजीब सी बौखलाहट देखने को मिल रही है। इंडी अलायंस और इनके घटक दलों का मुख्य रूप से तीन सूत्रीय कार्यक्रम है। पहला, तुष्टीकरण करना, दूसरा हिन्दुओं से नफरत करना और तीसरा सत्ता पाने के लिए भारत विरोधी शक्तियों से हाथ मिला लेना। श्री भाटिया ने बताया कि कुछ दिन पहले हमारी बहन नेहा हीरेमथ की चाकू मारकर कर्नाटक के हुबली में दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया। पूरा देश इस पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए एकजुट हो गया। श्री भाटिया ने आगे बताया कि बहन नेहा के पिता कांग्रेस पार्टी में कार्पोरेटर हैं और नेहा के पिता आज स्वयं कह रहे हैं कि मुझे तुष्टीकरण करने वाली कांग्रेस की सरकार पर भरोसा नहीं है।

 

श्री गौरव भाटिया ने कर्नाटक की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि जंगल राज कैसा होता है? हमारी बहन को चाकू घोप दिया जाए बिल्कुल ऐसा होता है और कानून व्यवस्था ध्वस्त है, सिद्धारमैया मस्त है। श्री भाटिया ने कहा कि हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा पीडि़त परिवार से मिले और हर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के तरफ से एक बात स्पष्ट करके कही कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा। हमारी पार्टी भले ही कर्नाटक में विपक्ष में है, हम यह उजागर कर रहे हैं कि आरोपी क्योंकि सिर्फ एक धर्म विशेष से है इसलिए उसको संरक्षण देने का काम कांग्रेस पार्टी और सिद्धारमैया स्वयं कर रहे हैं। ये सवाल सिद्धारमैया से करना चाहिए कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है,  पीड़िता के पिता कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं तो वे पीडि़ता के परिवार के साथ खड़े न होकर आरोपी के साथ क्यों खड़े हैं,  जबकि भाजपा पीडि़ता के परिजनों के साथ खड़ी है।

 

श्री गौरव भाटिया ने कहा कि कर्नाटक की पुलिस नेताओं के दवाब में आकार कार्रवाई नहीं कर रही है और हम ये मांग कर रहे हैं इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने निरंजन हीरेमथ के बयान को पढ़ते हुए कहा किमैंने 8 लोगों के नाम दिए थे लेकिन पुलिस ने एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार नहीं किया। मेरा विश्वास टूट रहा है। वो मेरे केस को भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। इस केस में शामिल महिला कमिश्नर महिला होने के बावजूद एक लड़की की हत्या को गंभीरता से नहीं ले रही हैं, वो किसी के दवाब में आकर काम कर रही हैं। केस में लापरवाही न हो, इसलिए मैं कमिश्नर के तबादले और मामले की सीबीआई जांच की मांग करता हूं। एक पिता कांग्रेस पार्टी की सरकार से गुहार लगा रहा है लेकिन कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री कह रहे हैं कि नेहा की हत्या के मामले में सीबीआई जांच की कोई आवश्यकता नहीं है। यह मामला स्पष्ट तौर परलव जेहादका है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मामले को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है क्योंकि वो आरोपियों का धर्म देखकर उनके पक्ष में खड़े हैं। सिद्धारमैया जब शांत रहना पसंद कर रहे हैं तो भारतीय जनता पार्टी मजबूती से अपनी आवाज उठाएगी। जो अपने प्रदेश की जनता की रक्षा कर सके और ऐसी निंदनीय घटना पर पीड़ित को न्याय दिला सके ऐसे मुख्यमंत्री को अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और खड़गे का मुख्यमंत्री पर दवाब है कि वो अपनी शपथ को भूल चुके हैं।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री भाटिया ने कहा कि कांग्रेस न्याय की बात करती है लेकिन कर्नाटक के पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है। प्रियंका गांधी ने नारा दिया था किलड़की हूं लड़ सकती हूंआज पूरे देश की महिलाएं पूछ रही हैं कर्नाटक की बहन की लड़ाई कौन लड़ेगा? सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने मामले को लेकर एक शब्द नहीं बोला। एक राज्य में दिन-दहाड़े हत्याएं हो रही हैं और मुख्यमंत्री ने जांच खत्म होने से पहले ही कह दिया कि ये लव-जेहाद का मामला नहीं है। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में अब ये सामान्य बात हो गई है। यह गंभीर प्रश्न खड़े करता है। कर्नाटक में जिस बहन की हत्या हुई उसका दोष सिर्फ इतना था कि उसने दूसरे धर्म के व्यक्ति से कोई रिश्ता रखने से मना कर दिया। इंडी गठबंधन के अंदर तुष्टिकरण की बीमारी है और इस बीमारी को उजागर करना भाजपा की जिम्मेदारी है। रामेश्वरम बम धमाके के दौरान भी कांग्रेस सरकार ने आरोपियों का धर्म देख कर उनका संरक्षण किया था, जबकि एनआईए ने जांच हाथ में लेते ही आरोपियों को गिरफ्तार किया और इसके तार पश्चिम बंगाल की तुष्टिकरण वाली सरकार से जुड़ते हैं। कर्नाटक की जांच एजेंसियों पर आरोपियों का धर्म देखकर उनके बचाव करने का दवाब है। किसी महिला की अस्मिता से कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है। कर्नाटक में ही राम नवमी के दिन हिन्दू धर्म के अनुयायियों को जय श्री राम के नारे लगाने पर उनको पीटा गया और उनसे कहा गया किअल्लाह-हु-अकबरके नारे लगाओ।

 

श्री गौरव भाटिया ने प्रश्न करते हुए कहा कि क्या कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में भारत का संविधान लागू नहीं होता है? जो मूल अधिकार नागरिकों को मिले हैं उसके हनन पर सरकार मूक दर्शक बनी रहेगी? कर्नाटक में एक युवक अपनी दुकान पर हनुमान चालीसा सुन रहा था तो कुछ लोगों ने उस व्यक्ति को उसकी दुकान में घुसकर पीटा और हनुमान चालीसा का पाठ करने से रोका। ऐसे उदाहरण दर्शाते हैं कि कर्नाटक में जंगल राज है। तुष्टिकरण करने के लिए संविधान को तार-तार किया जा रहा है और आरोपियों का धर्म देखकर कार्रवाई की जा रही है। कांग्रेस हिन्दू नफरत में इतनी अंधी हो चुकी है कि अपने घोषणापत्र और चुनाव के प्रचार में भी तुष्टिकरण कर रही है। सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी महिला होने के बावजूद अब तक पीड़ित परिवार से क्यों नहीं मिलीं? न्याय की बात करने वाले राहुल गांधी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए क्यों नहीं गए? मुख्यमंत्री सिद्धारमैया स्वयं पीड़ित परिवार से क्यों नहीं मिले?

 

श्री भाटिया ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र ऐसा लगता है कि जिन्ना से प्रेरित होकर आया है जिसमें लिखा है कि पर्सनल कानूनों को और मजबूत बनाया जाएगा। जनता आज पूछना चाहती है कि क्या कांग्रेस सरकार में तीन तलाक को पुनः स्थापित किया जाएगा। पी चिदंबरम का बयान आया है कि जो कानून आए हैं उन्हें वापस लिए जाएगा। क्या नागरिकता संशोधन वापस लिया जाएगा? तृणमूल कांग्रेस के घोषणापत्र में भी स्पष्ट लिखा है कि पश्चिम बंगाल सरकार नागरिकता संशोधन कानून को लागू नहीं करेगी क्या एक प्रदेश सरकार संविधान के तहत ये अधिकार रखती है कि वो संसद में पारित हुए कानून को राज्य में लागू करे? पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से एक पत्रकार ने प्रश्न किया कि क्या आप तुष्टिकरण की राजनीति करती हैं तो उनका जवाब था हां। मुसलमान उनके लिए दूध देने वाली गाय हैं। एक हिन्दू अनुयायी जब जय श्री राम का नारा लगाता है तो ममता बनर्जी अपनी गाड़ी से उतरकर उसकी चमड़ी उतारने की धमकी देती हैं। ममता बनर्जी ने ये भी कहा है कि वो समान नागरिक सहिंता भी लागू नहीं होने देंगी। ये पूरे इंडी गठबंधन की मानसिकता दर्शाता है। डीएमके के नेता उदय स्टालिन हिन्दू धर्म को डेंग्यू और मलेरिया कहते हैं। इनकी सोच संविधान को नष्ट करने वाली, देशविरोधी और तुष्टिकरण की राजनीति को आगे बढ़ाने वाली है। यह भाजपा की जिम्मेदारी है कि किसी भी बहन के साथ अन्याय होगा तो तुष्टिकर की राजनीति नहीं होने देगी और न्याय की बात करेगी।

 

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