Salient points of press conference of BJP National Spokesperson Shri Shehzad Poonawalla


द्वारा श्री शहजाद पूनावाला -
27-06-2024
Press Release

 

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री शहजाद पूनावाला की प्रेस वार्ता के मुख्य बिंदु

 

कांग्रेस के लिए राहुल गांधी के बाद सबसे महत्वपूर्ण अपॉइंटमेंट सैम पित्रोदा का है। राहुल गांधी विपक्ष के नेता बने हैं और उन्हें सलाहकार की आवश्यकता है, इसलिए सैम पित्रोदा की रिअपॉइंटमेंट हो गई है।

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अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का यह आदेश एक अपॉइन्टमेंट लेटर नहीं, बल्कि एंडोर्समेंट लेटर है, जो सैम पित्रोदा द्वारा कही गई हर बात का एंडोर्समेंट है।

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सैम पित्रोदा की नियुक्ति पत्र से यह साबित हो गया कि उनके द्वारा भारत, प्रभु श्रीराम, राम नवमी, सिख नरसंहार, पुलवामा हमले के बारे में की गई सभी आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियों का कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से समर्थन करती हैं।

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जब कांग्रेस द्वारा नियुक्ति पत्र जारी किया गया, तब सैम पित्रोदा ने अपने ट्वीट में लिखा किमुझे कांग्रेस द्वारा निकाला नहीं गया था, मैंने स्वेच्छा से पद छोड़ दिया था। मेरे द्वारा की गई किसी भी बात के लिए मैं शर्मिंदा नहीं हूँ

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वर्तमान समय में भारतीय राजनीति के गुरु-चेले ने एक बात बिल्कुल स्पष्ट कर दी है कि चेले ने अपने गुरु को जानबुझकर, सोच-समझकर और छानकर रखा है।

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कांग्रेस ने राम मंदिर और राम नवमी के खिलाफ बोलने वाले व्यक्ति को पदोन्नति दिया है। कांग्रेस द्वारा सैम पित्रोदा के बयानों पर कोई आपत्ति नहीं जताने पर यही समझ जा सकता है कि गुरु की सभी बातों का चेला समर्थन कर रहा है।

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सैम पित्रोदा ने कहा था कि संविधान बनाने में बाबा साहब अंबेडकर का कोई योगदान नहीं था, आज कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने सैम पित्रोदा की नियुक्ति कर बाबा साहेब का सबसे बड़ा अपमान किया है।

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कांग्रेस के कई नेता जनता के हित की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, मगर कलकुरिची में लोगों की मृत्यु पर वे चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन जिसने दक्षिण भारत के लोगों की तुलना अफ्रीकी लोगों से कर दी उस पर भी कांग्रेस के तथाकथित नेता चुप क्यों है?

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री शहजाद पूनावाला ने आज केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस द्वारा सैम पित्रोदा को दोबारा इंडियन ओवेरसीज कांग्रेस का चेयरमैन बनाने पर जमकर हमला बोला। श्री पुनावाला ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का यह आदेश एक अपॉइन्टमेंट लेटर नहीं, बल्कि एंडोर्समेंट लेटर है, जो सैम पित्रोदा द्वारा कही गई हर बात का एंडोर्समेंट है।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री पूनावाला ने कहा कि एक पुरानी कहावत है कि गुरु कीजे जान, पानी पीजिए छान, जिसका अर्थ है कि अगर पानी पीना है तो छान कर पीजिए और गुरु रखना है, तो चेला अपने गुरु को जान कर गुरु बनाए। वर्तमान समय में भारतीय राजनीति के गुरु-चेले ने एक बात बिल्कुल स्पष्ट कर दी है कि चेले ने अपने गुरु को जानकर, सोच-समझकर और छानकर रखा है। कल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने एक आदेश पारित किया, जिसमें कहा गया कि श्री सैम पित्रोदा को दोबारा और तुरंत प्रभाव के साथ इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का चेयरमैन बनाया जाए। सैम पित्रोदा कांग्रेस के प्रथम परिवार के करीबी और राहुल गांधी के घोषित मेन्टर और गुरु हैं। राहुल गांधी के विदेशी दौरों की योजना बनाने का जिम्मा सैम पित्रोदा का ही होता है और राहुल गांधी अक्सर उन्हें अंकल सैम भी कहते हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का यह आदेश एक अपॉइन्टमेंट लेटर नहीं, बल्कि एंडोर्समेंट लेटर है, जो सैम पित्रोदा द्वारा कही गई हर बात का एंडोर्समेंट है।

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के समय असहज टिप्पणी को व्यक्तिगत बताकर उससे किनारा कर जनता को मूर्ख बनाने और भ्रमित करने का प्रयास करती है। मगर चुनाव के खत्म होते ही राहुल गांधी को विपक्ष के नेता बनाने के बाद कांग्रेस ने पहला रिअपॉइंटमेंट सैम पित्रोदा का किया। यह दर्शाता है कि कांग्रेस के लिए राहुल गांधी के बाद सबसे महत्वपूर्ण अपॉइंटमेंट सैम पित्रोदा का है। राहुल गांधी विपक्ष के नेता बने हैं और उन्हें सलाहकार की आवश्यकता है, इसलिए सैम पित्रोदा की रिअपॉइंटमेंट की गई है।

 

श्री पूनावाला ने कहा कि यह सैम पित्रोदा के उस बयान की एंडोर्समेंट भी है, जिसमें पित्रोदा ने कहा था कि उन्हें भारतीयों में ही विदेशियों की झलक दिखाई देती है, उन्हें दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकी, पूर्वोत्तर के लोग चीनी, पश्चिम भारत के लोग अरब से आए हुए और उत्तर भारत के लोग उन्हें अंग्रेज लगते हैं। सैम पित्रोदा के इस बयान के बाद कांग्रेस ने उनसे केवल नाम मात्र के लिए किनारा किया था, लेकिन जब हाल में कांग्रेस द्वारा एक नियुक्ति पत्र जारी किया जाता है, तब सैम पित्रोदा ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा किमुझे कांग्रेस द्वारा निकाला नहीं गया था, मैंने स्वेच्छा से पद छोड़ दिया था सैमपित्रोदा ने आगे लिखा था किमेरे द्वारा की गई टिप्पणी नस्लवादी नहीं थी, वास्तव में नस्लवादी वे लोग ही थे जो सोचते थे कि मैं नस्लवादी है और मेरे द्वारा कही गई किसी बात के लिए भी मैं शर्मिंदा नहीं हूँ

 

राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री पूनावाला ने सवाल किया कि क्या रेवंथ रेड्डी, सिद्धारमैया, एमके स्टालिन दक्षिण भारत के लोगों को अफ्रीकी समझते हैं? कांग्रेस के कई नेता, जो जनता के हित की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन कलकुरिची में जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उसपर वे चुप्पी साधे रहे, लेकिन जिसने दक्षिण भारत के लोगों की तुलना अफ्रीकी लोगों से कर दी, उसपर भी कांग्रेस के तथाकथित नेता चुप क्यों है? सैम पित्रोदा का मानना था कि 1984 में जो सिखों का नरसंहार हुआ था उसे उन्हें फर्क नहीं पड़ता। पुलवामा और 26/11 के विषय में भी सैम पित्रोदा का कहना था कि अगर 8-10 लोग आकर यहाँ हमला कर देते हैं तो इससे पूरे पाकिस्तान का दोष सिद्ध नहीं हो जाता है। वहीं बालाकोट एयरस्ट्राइक के समय भी उन्होंने सेना से सवाल किया कि 300 लोग कहाँ मारे गए हैं, जिसपर कांग्रेस द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताने पर यही समझ में आता है कि गुरु की इन बातों का चेला समर्थन कर रहा है।

 

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री पूनावाला ने कहा कि आज कल राहुल गांधी संविधान की कॉपी लेकर घूम रहे हैं और जय संविधान के नारे भी लगा रहे हैं। वहीं संविधान के विषय में सैम पित्रोदा ने कहा था कि संविधान बनाने में बाबा साहब अंबेडकर  का कोई योगदान नहीं था, अगर योगदान था तो वह केवल जवाहर लाल नेहरू का था। आज कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने सैम पित्रोदा की नियुक्ति का समर्थन करते हुए बाबा साहब का सबसे बड़ा अपमान किया है। सैम पित्रोदा ने यह भी कहा था कि राम मंदिर और राम नवमी, यह भारत के विचार के खिलाफ है। कांग्रेस ने राम मंदिर और राम नवमी के खिलाफ बोलने वाले व्यक्ति को पदोन्नति देने का काम किया है। देश के मध्यम-वर्गीय लोगों के विषय में भी सैम पित्रोदा ने कहा था कि मध्यम-वर्गीय लोगों को स्वार्थी नहीं होना चाहिए, बल्कि उनके ऊपर और ज्यादा टैक्स लगा देने चाहिए। वहीं विरासत टैक्स के बारे में भी सैम पित्रोदा ने कहा था कि आम आदमी की आय का 55% बाँट दिया जाए, तो आज इन सभी बयानों का कांग्रेस पार्टी ने सैम पित्रोदा की नियुक्ति के माध्यम से समर्थन दिया है। जयराम रमेश ने सैम पित्रोदा के नियुक्ति पत्र को सार्वजनिक पटल पर साझा करते समय ट्वीट किया था कि सैम पित्रोदा की नियुक्ति इसलिए की गई है क्योंकि उनके बयानों का मतलब उन्होंने समझा दिया। श्री पूनावाला ने कहा कि इमरान मसूद का कहना है कि सैम पित्रोदा डिजिटल क्रांति के प्रणेता है तो इसलिए इनको पार्टी में फिर से शामिल किया जाना चाहिए। वहीं उदित राज का कहना है कि सैम पित्रोदा ने जो बात की थी वह बात तो सही थी लेकिन समय गलत था। आज सैम पित्रोदा के नियुक्ति पत्र से यह साबित हो गया है कि सैम पित्रोदा द्वारा भारत, प्रभु श्रीराम, राम नवमी, सिख नरसंहार, पुलवामा हमले के बारे में की गई सभी आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियों का कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से समर्थन करती हैं, अन्यथा आज कांग्रेस पार्टी चुनाव समाप्त होते ही इस व्यक्ति को फिर से नियुक्त नहीं कर रही होती 

 

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