Salient points of press conference of Senior BJP Leader Shri Ravi Shankar Prasad (MP).


द्वारा श्री रविशंकर प्रसाद -
22-10-2024
Press Release

भारतीय जनता पार्टी

(केंद्रीय कार्यालय)

6-ए, दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली

 

22 अक्टूबर 2024, मंगलवार

 

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद की प्रेसवार्ता के मुख्य बिन्दु  

 

अरविंद केजरीवाल देश को बदलने का ख्वाब लेकर आए थे और आजकल माफी एक्सपर्ट बन गए हैं।

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गुजरात यूनिवर्सिटी द्वारा अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दायर मानहानि मामले को रद्द करने की मांग को लेकर केजरीवाल जी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी याचिका को रिजेक्ट कर दिया।

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सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ही अरविंद केजरीवाल द्वारा माफीनामे का आग्रह करने पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह नहीं चलेगा, यदि माफीनाम देना था तो पहले देना चाहिए था।

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सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद उम्मीद कर सकते हैं कि अरविंद केजरीवाल आगे से इस प्रकार के झूठे आरोप नहीं लगाएंगे और किसी भी व्यक्ति का मानहानि नहीं करेंगे।

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ईमानदारी और भ्रष्टाचार का सर्टिफिकेट बांटने वाले अरविंद केजरीवाल का असली चेहरा देश के सामने आ गया है। भ्रष्टाचार मामले में केजारीवाल जी लंबे समय तक जेल में रहे।

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अरविंद केजरीवाल झूठे आरोप लगाने के लिए मानहानि मामले में अबतक 10 बार माफी मांग चुके हैं।

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अन्ना हजारे के किसी भी मानकों पर अरविंद केजरीवाल क्या सही उतरे हैं, जो अन्ना हजारे ने देश हित में सही बताया था? केजरीवाल राजनीति, शुचिता, मर्यादा या ईमानदारी के मानकों पर सही उतरे हैं क्या?

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भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने आज केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मानहानि केस को रद्द करने की याचिका को रिजेक्ट किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी उनकी कड़ी निंदा करती है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद उम्मीद कर सकते हैं कि अरविंद केजरीवाल आगे से इस प्रकार के झूठे आरोप नहीं लगाएंगे और किसी भी व्यक्ति का मानहानि नहीं करेंगे।

 

श्री प्रसाद ने आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल देश को बदलने का ख्वाब लेकर आए थे और आजकल माफी एक्सपर्ट बन गए हैं। सुप्रीम  कोर्ट ने गुजरात यूनिवर्सिटी द्वारा दायर मानहानि केस को रद्द करने की मांग याचिका को रिजेक्ट कर दिया है, जिस याचिका को अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी। उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने याद दिलाते हुए कहा कि एक समय प्रधानमंत्री जी की शैक्षणिक योग्यता एवं डिग्री को लेकर अरविंद केजरीवाल की रूची बहुत बढ़ गयी थी। केजरीवाल रोज सवाल पूछते थे कि प्रधानमंत्री जी कहां से पढ़े हैं? कितना पढ़े हैं? प्रधानमंत्री अपनी डिग्री दिखाइए। उन्होंने अपने शुभचिंतकों द्वारा इस मामले में सूचना के अधिकार के तहत डिटेल ब्योरा भी मांगा था। बाद में अदालत ने उस आरटीआई की प्रक्रिया को रिजेक्ट कर दिया था। उस दौरान आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह सहित अन्य लोगों ने गुजरात यूनिवर्सिटी के खिलाफ भी अनाप-शनाप बातें कही थी। तब गुजरात यूनिवर्सिटी ने अपने रजिस्ट्रार के माध्यम से एक मानहानि का केस दायर किया था। तत्पश्चात इस मामले में मजिस्ट्रेट ने संज्ञान लिया और समन जारी किया। तब, अरविंद केजरीवाल सेशन कोर्ट में मानहानि के मामले को निरस्त करने के लिए याचिका दायर की, जिसे सेशन कोर्ट ने रिजेक्ट कर दिया। इसके बाद अरविंद केजरीवाल हाईकोर्ट पहुंचे और हाईकोर्ट ने भी उनकी याचिका को रिजेक्ट कर दिया। कल सोमवार को अरविंद केजरीवाल इस मानहानि मामले को निरस्त करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी याचिका को रिजेक्ट कर दिया। इससे पहले आप नेता संजय सिंह ने इस मानहानि मामले को निरस्त करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी और जिसे सुप्रीम कोर्ट ने रिजेक्ट कर दिया था।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि चर्चा में है कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ही अरविंद केजरीवाल ने माफीनामे का आग्रह किया था। कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह नहीं चलेगा, यदि माफीनाम देना था तो पहले देना चाहिए था। अब या तो मेरिट पर फैसला करेंगे या याचिका स्वीकार नहीं करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने मानहानि मामले को रद्द करने की याचिको रिजेक्ट करते हुए कहा कि इस मामले को लेकर ट्रायल कोर्ट में ट्रायल चलेगा।

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि ईमानदारी और भ्रष्टाचार का सर्टिफिकेट बांटने वाले अरविंद केजरीवाल का असली चेहर देश के सामने आ गया है। भ्रष्टाचार मामले में केजारीवाल जी लंबे समय तक जेल में रहे। रिसर्च करने से पता चला कि अरविंद केजरीवाल झूठे आरोप लगाने के लिए मानहानि मामले में अबतक दस बार माफी मांग चुके हैं-

 

·       यूट्यूबर ध्रुव राठी द्वारा भाजपा आईटी सेल के बारे में जो झूठा वीडिया शेयर किया था, उसे अरविंद केजरीवाल ने रीट्वीट किया, बाद में केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में 26 फरवरी 2024 को माफी मांगी थी।

 

·       अरविंद केजरीवाल ने अप्रैल 2018 में भाजपा नेता स्व. अरूण जेटली से माफी मांगी थी। केजरीवाल के साथ आशुतोष, संजय सिंह और राघव चड्ढा ने पटियाला हाउस कोर्ट में एक संयुक्त माफीनामा सौंपा था। केजरीवाल ने स्व. अरूण जेटली पर डीडीसीए की अध्यक्षता के दौरान भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था।

 

·       पंजाब चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल ने चुनावी रैलियों में अकाली दल के महासचिव एवं प्रदेश के तत्कालीन मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर ड्रग्स माफिया होने का आरोप लगाए थे। इस मामले को लेकर बिक्रम मजीठिया ने अमृतसर कोर्ट में उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था, तब अरविंद केजरीवाल ने मार्च 2018 में लिखित माफी मांगकर मुकदमा वापस लेने का अनुरोध किया था।

 

·       केजरीवाल ने मार्च 2018 में केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी से माफी मांगते हुए कोर्ट केस खत्म करने का आग्रह किया था। केजरीवाल ने श्री नितिन गडकरी को भ्रष्ट बताया था, तब श्री नितिन गडकरी ने कोर्ट में केजरीवाल के खिलाफ मानहानि केस दायर किया। केजरीवाल ने माफी मांगते हुए पत्र लिखा था कि मुझे इसके लिए खेद है और इस मामले को पीछे छोड़ते हुए कोर्ट केस खत्म करें।

 

·       आजकल अरविंद केजरीवाल और कपिल सिब्बल दोनो ही एक ही गुट में हैं, किन्तु केजरीवाल ने 2018 में कपिल सिब्बल और उनके बेटे अमित सिब्बल से भी माफी मांगी थी। केजरीवाल ने 2013 में भ्रष्ट नेताओं की सूची में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और उनके बेटे अमित सिब्बल का नाम भी लिया था। साथ ही केजरीवाल ने वर्ष 2013 में प्रेस कांफ्रेंस करके अमित सिब्बल पर निजी लाभ के लिए शक्तियों का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया था।

 

·       अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने मार्च 2018 में पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के बेटे और सीनियर वकील अमित सिब्बल द्वारा आपराधिक मानहानि मामले में माफी मांगी थी।

 

·       केजरीवाल ने भाजपा सांसद श्री अवतार सिंह भडाना से माफी मांगी थी और कहा था कि वे बहकावे में आकर आरोप लगाया था। केजरीवाल ने श्री भडाना के संबंध में 31 जनवरी 2014 को एक आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि वे देश के सबसे भ्रष्ट व्यक्तियों में से एक हैं।

 

·       जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की 2015 में आयोजित किसान रैली काला अध्याय लिख गयी। बारिश  और ओला से बर्बाद हुए राजस्थान के एक किसान गजेंद्र सिंह ने रैली के दौरान मंच के सामने पेड़ पर चढ़कर फांसी लगा ली और मंच पर बैठे दिल्ली के तत्तकालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेता उसे देखते रहें। इसके बाद भी केजरीवाल भाषण देते रहे और बाद में केजरीवाल ने इस मामले में सफाई देते हुए अपने कृत्य के लिए माफी मांगी थी।

 

·       केजरीवाल ने कोविड के समय माननीय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मुख्यमंत्रियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई “इन हाउस मीटिंग” को लाइव टेलीकास्ट कर दिया था। बाद में पीएमओ ने इस मामले में चेताया तो केजरीवाल ने लाइव टेलीकास्ट करने के लिए माफी मांगी थी।

 

·       केजरीवाल ने 2014 में दिल्ली में हुए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के हंगामे और भाजपा दफ्तर पर पत्थबाजी एवं हिंसा मामले के लिए भी माफी मांगी थी।

 

श्री प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री के बारे में केजरीवाल गैर जिम्मेदाराना बातें करते हैं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। भारतीय जनता पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है। अरविंद केजरीवाल का आचरण गैर जिम्मेदाराना रहा है। उन्हें प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलने का अधिकार है, उन्हें प्रधानमंत्री जी की आलोचना करने का अधिकार है, किन्तु उन्हें किसी पर झूठा आरोप लगाने का अधिकार नहीं है। केजरीवाल द्वारा प्रधानमंत्री जी के खिलाफ इस तरह की भाषा और ऐसे निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग करना बहुत ही गैर जिम्मेदाराना आचरण है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने के बाद उम्मीद कर सकते हैं कि अरविंद केजरीवाल आगे से इस प्रकार का झूठा आरोप नहीं लगाएंगे और किसी भी व्यक्ति का मानहानि नहीं करेंगे।

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने अरविंद केजरीवाल पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि अन्ना हजारे के किसी भी मानकों पर अरविंद केजरीवाल क्या सही उतरे हैं, जिसे अन्ना हजारे ने देश के हित में सही बताया था? केजरीवाल राजनीति, शुचिता, मर्यादा या ईमानदारी के मानक पर सही उतरे हैं क्या? ईमानदारी, मर्यादा, शुचिता आदि केजरीवाल के लिए महज दिखावा है और सच्चाई में उन्हें शीशमहल में रहना था। उनकी सच्चाई देश की जनता के सामने आ गयी है।  सवाल यह भी उठता है कि अन्ना हजारे के साथ जितने लोग चले थे, वे लोग अरविंद केजरीवाल को क्यों छोड़ दिए? या केजरीवाल जी ने उन्हें छोड़ दिया या केजरीवाल जी ने उन्हें छुड़वा दिया? चाहे योगेंद्र यादव हों, या शांति भूषण और प्रशांत भूषण, शाजिया इलमी, किरण बेदी, आशुतोष, अनुपम खेर समेत लंबी सूची है, जो अन्ना हजारे आंदोलन में मंच पर थे। सिर्फ एक केजरीवाल जी बचे हैं, उनका एक ही मूलमंत्र है – “एको अहम, द्वितीय नास्ति” अर्थात जो मैं कहूंगा वो सही।

 

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